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तुषार कालिया बने ‘खतरों के खिलाड़ी’ के विनर

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तुषार कालिया बने ‘खतरों के खिलाड़ी’ के विनर

कोरियोग्राफर तुषार कालिया इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना चुके हैं. पूरे सीजन में उन्होंने सारे टास्क शिद्दत से निभाये. आखिर वो लम्हा भी आ गया जब उन्होंने खतरों के खिलाड़ी 12 की ट्रॉफी जीत ली।

तुषार कालिया ने खतरों के खिलाड़ी की ट्रॉफी अपने नाम कर ली है. फाइनल में तुषार का मुकाबला फैसल शेख, मोहित मलिक, रुबीना दिलैक और जन्नत जुबैर से था. सभी को पछाड़ते हुए तुषार खतरों के खिलाड़ी 12 के विनर बने.

कोरियोग्राफर तुषार कालिया इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना चुके हैं. वो डांस में तो उस्ताद हैं ही. पर नहीं पता था कि वो खतरों से खेलने में भी माहिर होंगे. पूरे सीजन में हर स्टंट में उन्होंने अपनी ताकत और हुनर का परिचय दिया. रोहित शेट्टी ने जैसे ही शो के विनर का ऐलान किया तुषार खुशी से झूम उठे. तुषार ने फाइनल मुकाबले में फैजू को हराकर ट्रॉफी अपने नाम कर ली.

तुषार कालिया ने सिर्फ खतरों के खिलाड़ी 12 की ट्रॉफी ही नहीं जीती, बल्कि उन्हें 20 लाख रुपये की प्राइज मनी भी मिली है. इसके अलावा एक Maruti Suzuki Swift भी जीती. तुषार ने शो में कभी ज्यादा कुछ बोला नहीं. पर हां वो जिस स्पीड से टास्क करते थे. पता लगता था कि उनमें जीतने की भूख थी. तुषार कालिया अपनी जीत से खुश हैं. इधर रोहित शेट्टी ने शो के विनर का ऐलान किया. उधर तुषार कालिया ने इंस्टाग्राम ट्रॉफी को किस करते हुए एक फोटो पोस्ट की है. इस जीत के लिये उन्होंने सभी चाहने वालों का शुक्रिया भी अदा किया.

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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