दाऊदी बोहरा समाज के प्रमुख डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन सोमवार को जामिया मिलिया इस्लामिया का चांसलर चुन लिया गया. जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कोर्ट मेंबर्स ने सर्वसम्मति से डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन को 14 मार्च 2023 से पांच साल की अवधि के लिए विश्वविद्यालय का नया चांसलर यानी शैखुल जामिया चुना है.
सोमवार को जामिया के कोर्ट मेंबर्स की बैठक हुई. जिसमें ये अहम फैसला लिया गया. डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन ने डॉ. नजमा हेपतुल्ला की जगह ली है. नजमा हेपतुल्ला ने पिछले साल जामिया मिलिया इस्लामिया के चांसलर के रूप में अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा किया था.
सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन दाऊदी बोहरा समुदाय से ताल्लुख रखते हैं. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन 2014 से दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय के प्रमुख हैं. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन को कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है. उन्हें 500 सबसे प्रभावशाली मुसलमानों की सूची में शामिल किया गया था.
उन्हें कई देशों में सम्मानित राज्य अतिथि के रूप में रिसीव किया जाता है. डॉ. सैयदना मुफद्दल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफी करीबी माना जाता है. पिछले महीने पीएम मोदी ने दाऊदी बोहरा समुदाय की अल्जमीया-तुस-सैफिया अरबी अकादमी के मुंबई परिसर का उद्घाटन किया था. इस दौरान उन्होंने आध्यात्मिक नेता सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन से मुलाकात की थी. पीएम मोदी ने बोहरा समुदाय के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन की जमकर तारीफ की थी.