Saturday, April 20, 2024
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जामिया विश्वविद्यालय को मिला नया बॉस, दाऊदी बोहरा धर्मगुरु डॉक्टर मुफद्दल सैफुद्दीन होंगे नए चांसलर

दाऊदी बोहरा समाज के प्रमुख डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन सोमवार को जामिया मिलिया इस्लामिया का चांसलर चुन लिया गया. जामिया मिल्लिया इस्लामिया के कोर्ट मेंबर्स ने सर्वसम्मति से डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन को 14 मार्च 2023 से पांच साल की अवधि के लिए विश्वविद्यालय का नया चांसलर यानी शैखुल जामिया चुना है.

सोमवार को जामिया के कोर्ट मेंबर्स की बैठक हुई. जिसमें ये अहम फैसला लिया गया. डॉ. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन ने डॉ. नजमा हेपतुल्ला की जगह ली है. नजमा हेपतुल्ला ने पिछले साल जामिया मिलिया इस्लामिया के चांसलर के रूप में अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा किया था.

सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन दाऊदी बोहरा समुदाय से ताल्लुख रखते हैं. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन 2014 से दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय के प्रमुख हैं. सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन को कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है. उन्हें 500 सबसे प्रभावशाली मुसलमानों की सूची में शामिल किया गया था.

उन्हें कई देशों में सम्मानित राज्य अतिथि के रूप में रिसीव किया जाता है. डॉ. सैयदना मुफद्दल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफी करीबी माना जाता है. पिछले महीने पीएम मोदी ने दाऊदी बोहरा समुदाय की अल्जमीया-तुस-सैफिया अरबी अकादमी के मुंबई परिसर का उद्घाटन किया था. इस दौरान उन्होंने आध्यात्मिक नेता सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन से मुलाकात की थी. पीएम मोदी ने बोहरा समुदाय के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन की जमकर तारीफ की थी.

Anzarul Bari
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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.
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