हरियाणा के गुरुग्राम में अपराध थामने का नाम नहीं ले रहा है. खबर है कि गुरुग्राम के सेक्टर 39 में दो लोगों ने खुद को पुलिस का अधिकारी बताकर इलाज के लिए भारत आए एक इराकी दंपति से 15,000 अमेरिकी डॉलर लूट लिए. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
अधिकारियों के मुताबिक, इराकी महिला नदा अली सलमान की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक यह घटना रविवार अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे की है, जब वह और उनके पति अपने होटल से बाजार की ओर जा रहे थे.
नदा ने अपनी शिकायत में कहा कि वह और उनके पति कुछ समय से गुरुग्राम के एक होटल रॉयल रेसीडेंसी में रह रहे हैं, क्योंकि उनके पति की मेदांता अस्पताल में सर्जरी होनी थी. पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, रविवार को एक कार में सवार दो लोगों ने दंपति को होटल के गेट पर रोका. एक व्यक्ति ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर दंपति से कहा कि वो मादक पदार्थ ले जा रहे हैं और उन्हें उनके सामान की तलाशी लेने की जरूरत है.
नदा के मुताबिक, उस आदमी ने उनके बैग की तलाशी ली और फिर उनके पति से कहा कि वह अपने जेब की तलाशी लेने दे. उनके पति की जेब में एक बटुआ था, जिसमें इलाज के लिए 15,000 अमेरिकी डॉलर थे. जब उसने उन दोनों लोगों को अपना बटुआ दिखाया, तो उन्होंने उसे सूंघा और कहा कि यह मादक पदार्थ है और वह नकदी छपट कर कार में बैठ कर भाग गए. सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि अपराधी इराकी दंपत्ति से पूछताछ कर रहा है और फिर कुछ छीन कर भागता है. इस दौरान इराकी महिला जमीन पर गिर जाती है.
उधर घटना की जानकारी मिलते ही इराकी दूतावास हरकत में आया और उसके दखल के बाद अज्ञात आरोपियों के खिलाफ सदर पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 379 (चोरी), 420 (धोखाधड़ी), 34 (सामान्य इरादा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. पीड़ित इराकी महिला निदा का आरोप है कि पुलिस मामले को दबा रही है. हालांकि सदर थाने के प्रभारी वेद प्रकाश का कहना है कि, ‘‘हम इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं और आरोपियों को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं.’’
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इलाज के दौरान दिल की बीमारी से जूझ रहे पीड़ित इराकी व्यक्ति की सही समय पर और पैसों की कमी के कारण बेहतर इलाज न मिल पाने मौत हो गई. बता दें कि ये कोई पहली ऐसी घटना नहीं हैं, इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं इलाज कराने भारत आए विदेशी नागरिकों के साथ होती रही है.