बीजेपी हमेशा चुनावी मोड में ही रहती है. सत्ता और सरकार उसकी पहली प्राथमिकता है. बाकी पार्टियां चुनाव के बाद थोड़ा आराम करती है, लेकिन बीजेपी को चैन कहा ! अन्य पार्टियों से इस मामले में बीजेपी आगे ही रहती है. आज गुजरात में दूसरे चरण का मतदान हो रहा है. देश की निगाहें गुजरात चुनाव पर टिकी है. लेकिन बीजेपी अगले राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश चुनाव की तैयारी में जुट गई है. आज दिल्ली में दो दिवसीय बैठक शुरू होगी जिसमे आगामी चुनाव पर मंथन होगा. पीएम मोदी भी इस बैठक में शामिल होंगे.
जानकारी के मुताबिक़ इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे. इसकी अध्यक्षता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा करेंगे. पीएम मोदी के संबोधन से बैठक की शुरुआत होगी. विधानसभा चुनावों के अलावा बैठक में अगले लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा होगी. बैठक में सभी राज्यों के प्रभारी, सह प्रभारी, मोर्चों के प्रभारी और संगठन मंत्री हिस्सा लेंगे.
2018 के लास्ट में हुए विधानसभा चुनावों में राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से बीजेपी की सरकार चली गई थी. तीनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनी थी. राजस्थान में अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल और मध्य प्रदेश में कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे. हालांकि मध्य प्रदेश में 15 महीने सरकार में रहने के बाद कमलनाथ की गद्दी चली गई थी. ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में कांग्रेस के करीब दो दर्जन विधायकों ने पार्टी छोड़ दी थी, जिससे सरकार अल्पमत में आ गई और शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बन गई थी.
बीजेपी की रणनीति इन राज्यों में फिर से काबिज होने की है. मध्यप्रदेश हिंदुत्व का प्रयोगशाला रहा है. बीजेपी मानती है कि किसी भी सूरत में मध्यप्रदेश उसके पाले में रहे. भारत जोड़ो यात्रा से बढ़ती कांग्रेस की ताकत से भी बीजेपी परेशान है. उसे लग रहा है कि अगर 2018 की तरह ही कांग्रेस कामयाब हो जाती है तो इसका असर 2024 के चुनाव पर पड़ेगा. और ऐसा हुआ तो बीजेपी की परेशानी बढ़ेगी.