बिहार में दो सीटों मोकामा और गोपालगंज पर हुए चुनाव में मोकामा में जहां आरजेडी को जबरदस्त जीत हुई है तो वहीं गोपालगंज सीट बीजेपी के हाथ लगी है. पहले भी ये दोनो सीटें राजद और बीजेपी के पास ही थी . मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के लिए यह काफी महत्वपूर्ण चुनाव था. आरजेडी-जेडीयू गठबंधन के सत्ता में आने के बाद पहली बार विधानसभा सीट पर चुनाव हुआ है.
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने मोकामा विधानसभा सीट पर जीत हासिल की. हालांकि पहले भी यहां आरजेडी का ही कब्जा था. वहीं गोपालगंज विधानसभा सीट पर एक बार फिर से बीजेपी ने जीत हासिल की और आरजेडी को यहां पर करीब 1800 वोटों से हार का सामना करना पड़ा. मोकामा से आरजेडी प्रत्याशी नीलम देवी ने जीत हासिल की, जबकि गोपालगंज से बीजेपी प्रत्याशी कुसुम देवी ने जीत हासिल की.
गोपालगंज विधानसभा सीट पर आरजेडी के लिए सबसे बड़ा खतरा असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम और मायावती की बहुजन समाज पार्टी रही. ओवैसी की पार्टी को 12000 से अधिक वोट मिले जबकि करीब 9000 वोट बीएसपी को भी मिले. माना जा रहा है कि अगर ओवैसी की पार्टी और बीएसपी चुनाव मैदान में नही होती तो गोपालगंज सीट भी राजद को मिल जाती. पटना में अब खुले आम ये कहा जा रहा है कि ओवैसी और बीएसपी परोक्ष रूप से बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं.
गोपालगंज सीट पर लालू प्रसाद यादव के बेटे और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आक्रामक प्रचार किया था. ऐसा इसलिए क्योंकि यह पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का गृह जिला भी है. लेकिन 2005 से अभी तक इस सीट पर आरजेडी को जीत हासिल नहीं हुई है. वहीं मोकामा में आरजेडी ने बीजेपी को 16,000 से अधिक मतों से हराया. आरजेडी प्रत्याशी और बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने बीजेपी की सुमन देवी को हराया.