कांग्रेस के पांच लोकसभा सदस्यों ने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता को लेकर चिंता जताते हुए पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री से आग्रह किया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्वाचक मंडल यानी डेलीगेट की सूची मतदान में हिस्सा लेने वालों और संभावित उम्मीदवारों को नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने से पहले प्रदान की जाए. पार्टी सांसद शशि थरूर, मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बारदोलोई और अब्दुल खालिक ने मिस्त्री को पत्र लिखकर यह आग्रह किया है. यह पत्र कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा से एक दिन पहले छह सितंबर को लिखा गया था.
इनमें से दो सांसदों, थरूर और तिवारी का संबंध कांग्रेस के ‘जी23′ समूह से है. इन सांसदों ने पहले यह सूची सार्वजनिक करने का आग्रह किया था, जिसे मिस्त्री ने मान ने साफ इनकार कर दिया था. अब इन सांसदों ने अपने पत्र में कहा है कि उनके कहने का यह मतलब कतई नहीं है कि पार्टी के किसी आंतरिक दस्तावेज को ऐसे ढंग से जारी किया जाए कि इसका किसी भी तरीके से दुरुपयोग हो. उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘हमारी राय है कि अध्यक्ष के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्वाचक मंडल की सूची मतदान में हिस्सा लेने वाले मतदाताओं और संभावित उम्मीदवारों को प्रदान की जाए.”
पिछले महीने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने गत 28 अगस्त को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए निर्वाचन सूची तैयार किए जाने की प्रक्रिया के बारे में जानना चाहा था. हालांकि, बाद में पार्टी ने कहा था कि इस बैठक में किसी नेता ने कोई सवाल खड़ा नहीं किया. निर्वाचक मंडल की सूची सार्वजनिक किए जाने की मांग को खारिज करते हुए मिस्त्री ने कहा था कि पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव से जुड़ी पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और कांग्रेस के संविधान के मुताबिक है, तथा निर्वाचक मंडल की सूची को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है, लेकिन उम्मीदवारों को यह सूची उपलब्ध करा दी जाएगी. कांग्रेस की ओर से घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, 22 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होगी. 24 सितंबर से नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं. और यदि एक से अधिक उम्मीदवार हुए तो 17 अक्टूबर को मतदान होगा.