Home मनोरंजन फिल्म The Kashmir Files को लेकर शरद पवार ने साधा निशाना, बोले-सत्ता में बैठे लोगों का फिल्म देखने की अपील करना दुर्भाग्यपूर्ण

फिल्म The Kashmir Files को लेकर शरद पवार ने साधा निशाना, बोले-सत्ता में बैठे लोगों का फिल्म देखने की अपील करना दुर्भाग्यपूर्ण

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फिल्म The Kashmir Files को लेकर शरद पवार ने साधा निशाना, बोले-सत्ता में बैठे लोगों का फिल्म देखने की अपील करना दुर्भाग्यपूर्ण

अंज़रूल बारी

चर्चित फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स” जहां कमाई को लेकर चर्चा में है तो वहीं समाज के ताने-बाने को चोट पहुंचाने को लेकर भी सुर्खियों में है. महाराष्ट्र में NCP प्रमुख शरद पवार ने एक बार फिर फिल्म को लेकर बीजेपी पर तीखा हमला बोला है. शरद पवार ने कहा कि ”फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ एक शख्स ने फिल्म बनाई. इस फिल्म में हिंदुओं पर हमला होते दिखाया गया है. यह फिल्म दर्शाता है कि बहुसंख्यक हमेशा अल्पसंख्यक पर हमला करते हैं. जब मुस्लिम बहुमत होता है तो हिंदू समुदाय असुरक्षित हो जाता है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्ता में बैठे लोगों द्वारा इस फिल्म का प्रचार किया जा रहा है.”
कश्मीर फाइल्स को उन्होंने एक सुनियोजित साजिश बताते हुए कहा कि दुर्भाग्य से सत्ता में जो लोग बैठे हैं उन्होंने इस फिल्म को देखने की अपील की है. शरद पवार ने फिल्म द्वारा देश में फैल रही सांप्रदायिकता पर गहरी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों पर हमलों की जिम्मेदारी से बीजेपी कभी भाग नहीं सकती है. उन्होंने कहा कि इस समय हिंदुओं और मुसलमानो के बीच दरार पैदा की जा रही है जो कि एक चिंता का विषय है. इसलिए समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा करने में जो लोग विश्वास रखते हैं उन्हें एक साथ आना चाहिए.
शरद पवार ने कहा कि एनसीपी लोगों को जाति और धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश करने वालों के खिलाफ संघर्ष करने को तैयार है. बता दें कि फिल्म डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने इस फिल्म को निर्देशित किया है. इस फिल्म में कश्मीरी हिंदुओं और पंडितों पर हुए अत्याचार को दर्शाया गया है. जिसके बाद से देश भर में मुस्लिम समुदाए के लोगों के खिलाफ दिन ब दिन नफरत बढ़ रही है और जगह जगह उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. बढ़ती नफ़रत का आलम ये है कि अब फल सब्ज़ी बेचने वाले भी सुरक्षित नहीं हैं, जो गहरी चिंता का सबब है.

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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