खनन मामले में ईडी ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को समन भेजा है. समन के मुताबिक हेमंत को आज दो पहर में ईडी के सामने पेश होना है लेकिन ख़बरों के मुताबिक अपने शेड्युएल के मुताबिक आदिवासी महोत्सव में हिस्सा लेने रायपुर जा रहे हैं. हालांकि सोरेन ने ईडी के समन पर एक ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा कि विपक्ष के अनुरोध पर उन्हें भी बुलाया गया है. अपने ट्वीट में उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह जाएंगे या नहीं.
हेमंत सोरेन ने ट्वीट करते हुए कहा, “हमारे विपक्ष के अनुरोध पर हमें भी बुलावा आया है. यह दर्शाने का प्रयास किया गया है कि देखो ईडी कितना ताकतवर है. विपक्ष इस गलतफहमी में हैं कि जब वह राजनैतिक रूप से हमारा सामना नहीं कर सके तो संस्थाओं का दुरुपयोग करेंगे. इनके हर षड्यंत्र का जवाब यहां की जनता इन्हें देगी.
उन्होंने कहा, “इतिहास गवाह है विपक्ष जैसे सामंतवादी लोग वंचित और शोषित का भला कभी नहीं सोच सकते. एकलव्य जैसे तीरंदाज से उनके गुरु ने अंगूठा मांग लिया था कि अब चलाओ तीर. लेकिन यह वीर सिदो-कान्हू की धरती है.”
हेमंत सोरेन ने कहा, “हमारे पूर्वजों ने हमें कभी हारना नहीं सिखाया. हमें लड़ना और लड़कर जीतना सिखाया है. संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर राज्य के आदिवासी सीएम को कैसे परेशान किया जाये यही विपक्ष की सोच है. मुझे परेशान करने की कोशिश के पीछे एक ही उद्देश्य है कि दलित, आदिवासी, पिछड़ा और अल्पसंख्यक को हक न मिले. जब राज्य के करोड़ो जन मानस का साथ हो तो इनकी कोई साजिश काम नहीं आयेगी.”
उन्होंने कहा कि आज विपक्ष का कोई साथी बताये कि अगर वह सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत लोगों को मदद पहुंचाने का काम कर रहे हैं ? जहां लोगों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है. वहां जाना तो दूर यह दिन भर षड्यंत्र रचने में लगे रहते हैं. यह नहीं चाहते गरीब और जरूरतमंद लोगों को योजनाओं का लाभ मिले.