Home ताज़ातरीन फंड की कमी से जूझ रही कांग्रेस, कर्नाटक चुनाव के लिए उम्मीदवारों से जुटाएगी फंड

फंड की कमी से जूझ रही कांग्रेस, कर्नाटक चुनाव के लिए उम्मीदवारों से जुटाएगी फंड

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फंड की कमी से जूझ रही कांग्रेस, कर्नाटक चुनाव के लिए उम्मीदवारों से जुटाएगी फंड

भारत यात्रा पर निकली कांग्रेस को उम्मीद है कि अगले कर्नाटक चुनाव में उसे लाभ होगा और पार्टी की सरकार बनने की प्रबल सम्भावना भी है. लेकिन पार्टी के सामने सबसे बड़ी समस्या फंड की है. पार्टी नेताओं को लग रहा है कि समय से पहले फंड की व्यवस्था नहीं की गई तो वह बीजेपी से पिछड़ सकती है. ऐसे में पार्टी नेताओं ने एक जुगाड़ निकाला है. कर्नाटक चुनाव के लिए पार्टी ने सभी उम्मीदवारों से दो लाख रुपये जमा करने को कहा है.

कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने बुधवार को कहा कि उन्हें और अन्य इच्छुक उम्मीदवारों को टिकट के लिए आवेदन करते वक्त 2 लाख रुपये की डी डी जमा करानी होगी. यह आवेदन 5 नवंबर से 15 नवंबर के बीच दाखिल किए जाने हैं. उन्होंने बताया कि इसके अलावा आवेदन का खर्च 5 हजार रुपये अलग होगा. साथ ही अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों को 50 फीसदी की छूट रहेगी.
खबर है कि इसके जरिए जुटाई गई राशि से नए पार्टी भवन का निर्माण होगा. साथ ही राशि का उपयोग विधानसभा चुनाव से पहले प्रचार में भी किया जाएगा. शिवकुमार ने कहा, ‘मौजूदा विधायकों को भी टिकट के लिए आवेदन करना होगा. मुझे भी आवेदन देना होगा. किसी एक व्यक्ति से ज्यादा जरूरी पार्टी है.’
उन्होंने बताया कि रुपयो का इस्तेमाल नए पार्टी भवन के निर्माण, पार्टी फंड, चुनाव अभियान और अन्य खर्चों के लिए किया जाएगा. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘हमें कोई भी इलेक्टोरल बॉन्ड नहीं मिल रहे हैं. सब कुछ बीजेपी के कब्जे में है.’ शिवकुमार का कहना है कि 6 नवंबर को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष खड़गे को सम्मानित करने के लिए बड़ी रैली निकाली जाएगी.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा था कि कांग्रेस ने नवंबर के अंत तक 2023 विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों की सूची तैयार करने के लिए कहा है. दिल्ली में बैठकों में शामिल हुए सिद्धारमैया ने बताया था, ‘जल्द से जल्द स्क्रीनिंग कमेटी बनाने के निर्देश हैं. ज्यादा से ज्यादा उम्मीदवारों के नाम नवंबर तक शॉर्टलिस्ट किए जाने हैं. उन्होंने नवंबर के अंत तक सभी उम्मीदवारों के नामों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए थे.’

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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