मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आदिवासियों के सम्मान और अधिकारों का मसला उठाते हुए आरएसएस-बीजेपी पर तीखे हमले किए. साथ ही उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि बीजेपी के राज में मध्य प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं. राहुल ने टंट्या मामा के नाम से मशहूर महान आदिवासी जननायक टंट्या भील की जन्मस्थली पंधाना जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उसके बाद विशाल आदिवासी सभा को संबोधित किया. इस दौरान राहुल ने आदिवासियों के तीर कमान पर हाथ भी आजमाया.
राहुल गांधी ने बीजेपी – आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा, “वो आज टंट्या मामा की बात करते हैं. लेकिन टंट्या मामा को अंग्रेजों ने फांसी पर चढ़ाया और आरएसएस ने उन्हीं अंग्रेजों की मदद की, ये पूरी दुनिया जानती है. ये सिर्फ टंट्या मामा जी के साथ ही नहीं किया गया. ये बिरसा मुंडा जी के साथ भी किया गया. इन दोनों महापुरुषों ने आदिवासियों की लड़ाई लड़ी. अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी. कांग्रेस पार्टी ने हिंदुस्तान से अंग्रेजों को भगाया. लेकिन जब हम अंग्रेजों से लड़ाई लड़ रहे थे. जिन्होंने आपके महापुरुषों को फांसी पर लटकाया, तब आरएसएस अंग्रेजों के साथ खड़ा था, ये बात पूरी दुनिया जानती है.”
राहुल गांधी ने बीजेपी-आरएसएस पर आदिवासियों को वनवासी कहकर उनका अपमान करने का आरोप भी लगाया. राहुल ने कहा, “नरेंद्र मोदी जी एक नया शब्द लाए हैं – वनवासी. इसका मतलब अलग है. पहला मतलब ये है कि आप देश के पहले मालिक नहीं हैं. आप सिर्फ जंगल में रहते हैं. दूसरा मतलब ये कि जंगल के बाहर आपको कोई अधिकार नहीं मिलना चाहिए. और तीसरा मतलब ये दिख रहा है कि जहां भी बीजेपी की सरकार है, जंगल उद्योगपतियों को दे रही है. जंगल काटे जा रहे हैं. धीरे-धीरे जंगल खत्म होते जा रहे हैं. जब इस देश से जंगल खत्म हो जाएंगे तो देश में आपके लिए कोई जगह नहीं बचेगी. हम आदिवासी कहते हैं, क्योंकि हम मानते हैं कि इस देश के पहले और असली मालिक आप ही हैं. वो वनवासी कहते हैं, क्योंकि वे आपके सारे अधिकार आपसे छीनना चाहते हैं और ये याद नहीं रखना चाहते कि इस देश के सबसे पहले और असली मालिक आप ही हैं.”