ये बात अलग है कि गुजरात चुनाव की घोषणा अभी नही हुई है, लेकिन गुजरात में चुनावी नर्तन उफान पर है. बीजेपी की वहां सरकार है और पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का गृह प्रदेश भी. पिछले चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी. लेकिन सरकार बनाने से चूक गई. लेकिन इस बार गुजरात में ‘आप’ पार्टी ने अपनी पोजीशन मजबूत बना ली है और बीजेपी और कांग्रेस से नाराज लोग केजरीवाल को काफी पसंद कर रहे है. मौजूदा समय में त्रिकोणीय लड़ाई होती दिख रही है और संभव है कि पंजाब की तरह ‘आप’ वहां भी कोई बड़ा खेल कर सकती है. मगर अभी जो पोल सर्वे सामने आ रहे है, उसमे बीजेपी की बढ़त है और कांग्रेस की कमजोर स्थिति.
गुजरात में इस साल के अंत में होने वाले चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ओपिनियन पोल के नतीजे आने लगे हैं. ओपिनियन पोल के अनुसार राज्य में फिर से बीजेपी सत्ता में दमदार वापसी करती दिख रही है. एबीपी-सी वोटर के बाद अब टाइम्स नाउ नवभारत के ओपिनियन पोल में भी बीजेपी की सरकार बनना तय है. टाइम्स नाउ नवभारत के ओपिनियन पोल के अनुसार बीजेपी को इस चुनाव में 125 से 131 सीट मिलने का अनुमान है. इसके बावजूद पार्टी कांग्रेस के 149 सीट के रिकॉर्ड को तोड़ने से चूकती नजर आर रही है.
कांग्रेस ने माधव सिंह सोलंकी के नेतृत्व में साल 1985 में रिकॉर्ड 149 सीटें जीती थीं. उसके बाद से अब तक ना तो बीजेपी और ना ही कांग्रेस उस प्रदर्शन को दोहरा सकी है. माधव सिंह सोलंकी ने उस साल क्षत्रिय, हरिजन, आदिवासी और मुस्लिम (खाम) वोटों के दम पर इतनी दमदार और रिकॉर्डतोड़ जीत हासिल की थी. हालांकि खाम की धुरी ने शक्तिशाली और प्रभावशाली पाटीदार समुदाय को कांग्रेस से अलग कर दिया. इसके बाद से ही पाटीदार बीजेपी की तरफ हो गए. खाम प्रयोग ने कांग्रेस के लिए एक वोट बैंक बनाया जो 1985 के बाद भी बरकरार रहा.
ओपिनियन पोल में कांग्रेस के लिए बहुत बुरी खबर है. ओपिनियन पोल की मानें तो कांग्रेस को इस चुनाव में वोट शेयर के मामले में आप से पिछड़ती नजर आ रही है. कांग्रेस को 21 प्रतिशत वोट शेयर मिलने का अनुमान है. वहीं, आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए 24 प्रतिशत वोट हासिल करती नजर आ रही है. इन दोनों दलों से हटकर बीजेपी 48 प्रतिशत वोटों के साथ शीर्ष स्थान पर बनी हुई है.