रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य करवाई की घोषणा कर दी है. जिसके राजधानी कीव में क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गई है. शहर खर्किव धमाकों से गूंज उठा.बिगड़ते हालात के बीच कीव एयरपोर्ट को खाली करा लिया गया है. वहां मौजूद स्टाफ और यात्रियों को निकाला गया है. फिलहाल वहां विदेश के तीन एयरक्राफ्ट मौजूद हैं.
इस बीच रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने नाटो सभी देशों को खबरदार किया है कोई रूस-युक्रेन युद्ध में ना पड़े, अगर किसी ने यूक्रेन का साथ दिया तो संगीन नतीजे भुगतने होंगे. राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि रूस-युक्रेन युद्ध को टाला नहीं जा सकता है. इसलिए रूस ने स्पेशल मिलिट्री ऑप्रेशन लांच किया है. हालांकि, पुतिन ने ये भी साफ कर दिया है कि उनका यूक्रेन पर कब्जा करने का कोई इरादा नहीं है. रूसी राष्ट्रपति का कहना है कि यूक्रेनी सेना हथियार डाले और वापस जाए.
इस वक्त संयुक्त राष्ट्र में रूस-यूक्रेन के मुद्दे पर अहम बैठक चल रही है, ऐसे में रूस के इस कदम के खिलाफ जवाबी कारवाई भी की जा सकती है. संयुक्त राष्ट्र की तरफ से शांति की अपील की गई है. रूस के खिलाफ रणनीति तय करने के लिए यूरोपीय यूनियन ने गुरुवार को बेहद अहम मीटिंग तलब की है. दिलचस्प बात ये है कि यह बैठक बेलारूस में आयोजित हो रही है, जो पहले ही रूस के साथ है और रूसी फौज बेलारूस की धरती पर मौजूद है.
युद्ध के खतरे के बीच फ्रांस ने भी बुधवार को अपने नागरिकों से बिना देरी किए यूक्रेन छोड़ने को कहा था.
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की थी. इस मुलाकात में रूस-यूक्रेन संकट, इंडो-पैसिफिक में आपसी सहयोग, भारत और फ्रांस के बीच डिप्लोमैटिक सहयोग बढ़ाने, आर्थिक और रक्षा संबंधों को मजबूत बनाने पर बात हुई थी. भारत ने पूर्वी यूरोप में तनाव कम करने के लिए मैक्रों की कोशिशों की सराहना की.