दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को शराब नीति केस में सीबीआई ने करीब 8 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद रविवार शाम को गिरफ़्तार कर लिया. सीबीआई दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले के आरोपों की जांच कर रही है. सीबीआई ने कहा कि मनीष सिसोदिया पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे, जिसकी वजह से उन्हें गिरफ्तार किया गया है.
मनीष सिसोदिया के ख़िलाफ़ कई महीनों से जांच चल रही थी. रविवार को सीबीआई ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था और शाम सात बजे ख़बर आई कि उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया है.
आम आदमी पार्टी ने मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी को ‘तानाशाही’ करार देते हुए रविवार के दिन को ‘लोकतंत्र के लिए काला दिन’ बताया है. पार्टी ने कहा कि बीजेपी ने ये गिरफ़्तारी राजनीतिक द्वेष के चलते की है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सिसोदिया को ‘बेकसूर’ बताते हुए कहा है कि लोगों में ‘बहुत ग़ुस्सा है’ और वो सब देख रहे हैं. हालांकि बीजेपी ने सिसोदिया की गिरफ़्तारी को बिलकुल सही ठहराया है. बीजेपी की ओर से कहा गया है कि सिसोदिया को तो गिरफ़्तार होना ही था, अब अगला नंबर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का है.
उधर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, ‘साथियों जय हिंद.. जंग का ऐलान हो चुका है. आज यूपी के सभी जिलों में मोदी जी की तानाशाही के खिलाफ आंदोलन होगा. मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी के खिलाफ दिन में 2 बजे प्रदर्शन होगा. लड़ेंगे-जीतेंगे.’ आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री संदीप पाठक ने ट्वीट कर कहा श्री मनीष सिसोदिया को फ़र्ज़ी केस में गिरफ़्तार कर लिया गया है. इसके विरोध में आम आदमी पार्टी आज पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करेगी.
इस बीच राजधानी दिल्ली में सुरक्षा के इंतज़ाम कड़े कर दिए गए हैं. सीबीआई मुख्यालय के बाहर रैपिड एक्शन फोर्स तैनात की गई है. यूपी में भी योगी सरकार ने ‘आप’ के विरोध को देखते हुए कड़ी चौकसी कर दी है.
हालांकि रविवार को पूछताछ के लिए सीबीआई कार्यालय जाते वक़्त मनीष सिसोदिया ने कहा था कि उन्हें गिरफ़्तार किया जा सकता है. पूछताछ के लिए जाने से पहले उन्होंने अपनी मां का आशीर्वाद लिया था और महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट भी गए थे.