अखिलेश अखिल
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में अब एनसीपी चीफ शरद पवार और शिवसेना के नेता उद्धव ठाकरे भी शामिल होंगे. इन दोनो नेताओं ने भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने की सहमति दे दी है. माना जा रहा है कि जब सात नवंबर को यात्रा महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी. उद्धव और पवार अपने दल बल के साथ यात्रा का स्वागत करेंगे और यात्रा में शामिल भी होंगे.
पिछले सोमवार को कांग्रेस के कई नेता यात्रा में शामिल होने के लिए उद्धव और पवार को निमंत्रण देने पहुंचे थे. जिसे महा अघारी के दोनो प्रमुख दलों के नेताओं ने स्वीकार कर लिया है. बता दें कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र में एनसीपी शिवसेना और कांग्रेस की महा अघारी सरकार बनी थी. जिसे बीजेपी ने शिवसेना में फूट डालकर गिरा दिया और शिवसेना से अलग हुए एकनाथ शिंदे गुट के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना ली. इस खेल के बाद हालाकि शिवसेना अब दो गुटों में बंट गई है लेकिन उद्धव, पवार और कांग्रेस की एकता आज भी बरकरार है.
आगामी लोकसभा चुनाव और आने वाले महाराष्ट्र नगर पालिका चुनाव में भी ये तीनों दल मिलकर ही लड़ेंगे. खबर है कि भारत यात्रा की समाप्ति के बाद विपक्षी एकता को लेकर बड़ी बैठक होगी. जिसकी अगुवाई पवार करेंगे. इस बैठक में सभी विपक्षी दलों को पहले से सूचित किया जा रहा है, और पवार के साथ ही नीतीश कुमार कई नेताओं से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. जानकारी मिल रही है कि भारत जोड़ा यात्रा जनवरी में खत्म होगी, और इसके बाद फरवरी में दिल्ली में बड़ी बैठक होगी. जिसमें बीजेपी के खिलाफ एक मजबूत एकता की रूप रेखा तैयार की जाएगी. इस विपक्षी एकता में टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू, जगन मोहन रेड्डी के साथ ही ममता बनर्जी समेत नवीन पटनायक भी शिरकत कर सकते हैं.
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले से ही विपक्षी एकता की तैयारी कर रहे है. इसके साथ ही के.सी.आर भी इसी तरह की तैयारी में है. इसको लेकर कई नेताओं के साथ पहले राउंड की बैठके भी हो चुकी है.
ये बात और है कि कुछ विपक्षी पार्टियां कांग्रेस के बिना एक मोर्चा बनाने की बात कर रहे हैं. जिसमे ममता, केसीआर, चौटाला, और जनता दल एस जैसी पार्टियां शामिल है, लेकिन शरद पवार और उद्धव समेत नीतीश और लालू चाहते हैं कि बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस का साथ जरूरी है. क्योंकि वही ऐसी पार्टी है जिसकी पहुंच पूरे देश में है.
उधर शरद पवार ने विपक्षी एकता के लिए एक संभावित रोड मैप भी तैयार किया है. यह तीन लेयर का मैप है. पूरे देश को तीन राजनीतिक हिस्सों में बांटकर इसे विपक्षी एकता के लिए तैयार किया गया है. इस रणनीति में सभी दलों का हित भी समाहित है. रणनीति के मुताबिक कांग्रेस को उन इलाकों में उतरने की बात है, जहां उसकी सीधी लड़ाई बीजेपी से होती है. दूसरी रणनीति ये है कि जहां क्षेत्रीय दल मजबूत हैं. वह अपने हिसाब से गठबंधन करेंगे. कांग्रेस का साथ भी वह ले सकते है, लेकिन यह उसकी मर्जी से होगा. तीसरी रणनीति ये है कि कुछ राज्यों में क्षेत्रीय दल के साथ मिलकर विपक्ष बीजेपी को चुनौती देगा.
इधर कांग्रेस ने नीतीश, तेजस्वी और हेमंत सोरेन को भी यात्रा में शामिल होने के लिए तैयार किया है. संभव है कि ये सभी नेता दिल्ली के आसपास भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होकर मजबूत विपक्ष होने का सबूत पेश करेंगे.