प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के पहले फेज का उद्घाटन कर राष्ट्र को सौंप किया. अब पहले फेज का ये रूट 14 फरवरी से आम जनता के लिए खुल जाएगा. दौसा लालसोट एक्सप्रेस-वे के पहले फेज का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने जनता को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि बीते 9 वर्षों से हम लोग आधारभूत संरचना पर बहुत निवेश कर रहे हैं. इस निवेश का बहुत बड़ा लाभ राजस्थान को होने वाला है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के पहले फेज को राष्ट्र को समर्पित करते हुए मुझे बहुत गर्व हो रहा है. ये देश के सबसे बड़े और सबसे आधुनिक एक्सप्रेस-वे में से एक है. ये विकसित भारत की एक और भव्य तस्वीर है. मैं दौसावासियों और देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. इस साल के बजट में हमने इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 10 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. यह राशि 2014 में प्रावधानित राशि का पांच गुना है. इस निवेश से राजस्थान को काफी फायदा होने वाला है.
पीएम ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और वेस्टर्न डेडिकेटिड फ्राइट कॉरिडोर, ये राजस्थान की, देश की प्रगति के दो मजबूत स्तंभ बनने वाले हैं. ये प्रोजेक्ट्स, आने वाले समय में राजस्थान सहित इस पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाले हैं. उन्होंने कहा कि इस आधुनिक कनेक्टिविटी का लाभ सरिस्का टाइगर रिजर्व, केवलादेव और रणथम्भोर नेशनल पार्क, जयपुर, अजमेर जैसे अनेक पर्यटक स्थलों को भी होगा. देश और विदेश के पर्यटकों के लिए राजस्थान पहले ही आकर्षक रहा है, अब इसका आकर्षण और बढ़ जाएगा.
बता दें कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का दिल्ली – दौसा – लालसोट फेज 246 किलोमीटर लंबा है, जिसे 12,150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार किया गया है. इस फेज के चालू हो जाने से दिल्ली से जयपुर की यात्रा का समय पांच घंटे से कम होकर लगभग साढ़े तीन घंटे रह जाएगा. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे होगा, जिसकी कुल लंबाई 1,386 किलोमीटर है.
याद रहे कि इस एक्सप्रेस – वे के बन जाने से दिल्ली और मुंबई के बीच की यात्रा दूरी में 12 प्रतिशत की कमी आएगी. यात्रा का समय भी 50 प्रतिशत घट जाएगा. पहले जहां यात्रा में 24 घंटे लगते थे, वहीं अब 12 घंटे लगेंगे. यह एक्सप्रेस-वे छह राज्यों- दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा.