नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए नेशनल हेराल्ड का दफ्तर सील कर दिया. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच के तहत केंद्रीय एजेंसी ने दिल्ली के हेराल्ड हाउस में स्थित यंग इंडियन की ऑफिस को सील कर उस पर ताला जड़ दिया है. ईडी की इस कार्रवाई के बाद यंग इंडियन के दफ्तर में बिना इजाजत कोई प्रवेश नहीं कर सकेगा. इस मामले में बीते दो दिन से ईडी ने हेराल्ड हाउस समेत दिल्ली में कई ठिकानों पर तलाशी अभियान चला रखा था. केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी नेता राहुल गांधी से पूछताछ के कुछ दिनों बाद यह कार्रवाई हुई है. ईडी की इस कार्रवाई के बाद सोनिया और राहुल गांधी के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड मामले में राष्ट्रीय राजधानी में 12 स्थानों और अन्य स्थानों पर छापे मारने के एक दिन बाद ये कार्रवाई अंजाम दी है. इस मामले में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर मानदंडों का उल्लंघन करने का आरोप है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने एआईसीसी मुख्यालय के लिए सड़क अवरुद्ध करना एक अपवाद के बजाय एक आदर्श बन गया है. नेशनल हेराल्ड केस वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित है और लगभग नौ महीने पहले दर्ज किया गया था.
जांच एजेंसी द्वारा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से 27 जुलाई को करीब तीन घंटे तक पूछताछ करने के कुछ दिनों बाद छापेमारी की गई थी. इस मामले में वरिष्ठ नेता से पूछताछ का यह तीसरा दौर था. ईडी द्वारा सोनिया गांधी को तलब करने के बाद, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने सरकार द्वारा जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किया था. ईडी ने सोनिया गांधी से 26 जुलाई को भी पूछताछ की थी. वह अपनी बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ ईडी कार्यालय पहुंची थीं. अधिकारियों ने कहा कि उस दिन पार्टी अध्यक्ष से नेशनल हेराल्ड अखबार और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में उनकी संलिप्तता के बारे में लगभग 30 सवालों के जवाब मांगे गए थे.
इस मामले में ईडी ने राहुल गांधी से पांच दिन तक पूछताछ की थी. ईडी ने राहुल गांधी से 13 जून से 15 जून तक लगातार तीन दिनों तक 27 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की और 20 जून को फिर से तलब किया था. 20 जून को उनसे लगभग 14 घंटे तक पूछताछ की गई. कांग्रेस नेता को पहली बार 13 जून को मामले में ईडी जांचकर्ताओं के सामने पेश किया गया था. उन्होंने शुरू में 16 जून को पेशी से छूट मांगी थी, जिसके बाद उन्हें 17 जून को बुलाया गया था.