अखिलेश अखिल
पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में चुनाव की घोषणा तो हो गई है. लेकिन मजमा कर्नाटक में लग रहा है. कर्नाटक में बीजेपी को मात देने के लिए कांग्रेस पूरी तरह से तैयार दिख रही है. कांग्रेस की जो तैयारी है, उसमे एक बात तो साफ़ है कि वह केजरीवाल की आम आदमी पार्टी से आगे जाकर चुनावी गुलगुले परोसने का इंतजाम कुछ ज्यादा ही कर रही है. कह सकते हैं कि पहले बीजेपी और ‘आप’ जैसी पार्टियां ज्यादा चुनावी रेवड़ियां बांटती थी, लेकिन अब कांग्रेस भी वही सब कर रही है. कर्नाटक में तो कांग्रेस चुनाव से काफी पहले ही वादों की झड़ी लगा रही है.
पिछले दिनों कर्नाटक में कांग्रेस नेता डी शिवकुमार ने सभी को 200 यूनिट बजली फ्री देने का ऐलान किया. लोगों ने खूब तालियां बजाई. कुछ दिनों बाद प्रियंका गाँधी चुनावी रैली करने पहुंची तो, उन्होंने सूबे की महिलाओं को हर महीने दो हजार रुपये देने की बात कही. प्रियंका ने कहा कि बढ़ती महंगाई के इस दौर में दो हजार रुपए से थोड़ी राहत मिलेगी. किचेन को महिलाये दुरुस्त करेंगी. इसका भी लोगों ने खूब स्वागत किया है.
उधर ‘आप’ भी कर्नाटक में जाने को तैयार है. खबर के मुताबिक़ कर्नाटक में ‘आप’ की टीम तैयार हो चुकी है. और करीब चार दर्जन सीटों पर उसका फोकस है. खबर ये भी आ रही है कि ‘आप’ वहाँ कुछ दलों के साथ गठबंधन भी कर सकती है. बीजेपी के खिलाफ जाने वाले रेड्डी बंधू के साथ भी हाथ मिलाने की बाते सामने आ रही है.
हालांकि ‘आप’ कर्नाटक में अकेले चुनाव लड़ेगी या किसी के साथ. यह महत्वपूर्ण नहीं है, लेकिन यह तय है कि पंजाब और गुजरात की तरह ही कुछ बड़ी घोषणाओं के साथ ‘आप’ कर्नाटक में जाने को तैयार है.
लेकिन अभी ‘आप’ से कांग्रेस आगे निकल चुकी है. जो काम करने से कांग्रेस बचती थी. अब वह भी उसी रास्ते पर आ गई है. इसमें कांग्रेस की कोई गलती कहाँ ! सभी पार्टियां यही सब तो कर रही है. सस्ती घोषणाएं लोगों को खूब भा रही है. जनता उन घोषणाओं पर यकीन भी कर रही है. जानकार मानते हैं कि जब समाज में धर्म और जाति के नाम पर वोट डाले जा सकते हैं तो फिर आर्थिक लाभ से जुड़ी घोषणाएं जनता को ज्यादा छू जाती है. कांग्रेस भी अब इसी खेल को आगे बढ़ाती दिख रही है.
उम्मीद की जा रही है कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद कर्नाटक में कांग्रेस की राजनीति और तेज होगी. कई तरह की घोषणाएं होंगी. राहुल जब कर्नाटक पहुंचेंगे, तो उम्मीद की जा रही है कि ओल्ड पेंशन योजना की घोषणा भी की जाएगी. इसके साथ ही राहुल न्याय योजना की बात होगी. जिसमे हर साल एक परिवार को 72 हजार देने की बात है. इसके साथ ही बच्चो और लड़कियों के लिए भी कांग्रेस योजनाए बना रही है.
उधर बीजेपी की अपनी तैयारी है. बीजेपी भी कई तरह की घोषणा करने को तैयार है. लेकिन मौजूदा समय में घोषाण की राजनीति में कांग्रेस आगे दिख रही है. वह ‘आप’ पार्टी से तो आगे निकल ही गई है. अब देखना है कि कांग्रेस का यह प्रयास कितना रंग जमाता है.