सत्ता की हनक कैसी होती और विपक्ष को नेस्तनाबूद करने का खेल क्या होता है इसकी बानगी गोवा में बीजेपी के खेल से पता चलता है. गोवा में बीजेपी ने कांग्रेस के 11 विधायकों में से 8 को अपने पाले में कर लिया. कांग्रेस, भारत जोड़ो पद यात्रा के जरिये देश जोड़ो का नारा लगाते हुए आगे बढ़ रही है और इधर बीजेपी ने कांग्रेस तोड़ो का खेल कर दिया. पिछले आठ साल से बीजेपी यही सब कर रही है. बीजेपी के निशाने पर पंजाब, झारखंड और बंगाल भी है.
इधर गोवा के खेल से देशभर में राजनीतिक दलों का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. गोवा में कांग्रेस के 8 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए. वहीं दूसरी तरफ पंजाब की आम आदमी पार्टी की तरफ से भी बीजेपी के खिलाफ सरकार गिराने के प्रयास को लेकर एफआईआर दर्ज किया गया है. पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने अपने पार्टी के विधायकों के साथ डीजीपी से मुलाकात की और इस मुद्दे पर गहन जांच का आदेश दिया है.
बता दें कि आम आदमी पार्टी के द्वारा बीजेपी पर अपने विधायकों को हथियाने और दल-बदल कर सरकार गिराने का आरोप लगाने के बाद पंजाब पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है. आम आदमी पार्टी ने दावा किया था कि बीजेपी ने लगभग 10 आप विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये देने की पेशकश की है. हालांकि, राज्य में बीजेपी ने पहले ही आरोपों को निराधार करार दे चुकी है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि बीजेपी का ‘ऑपरेशन लोटस’ दिल्ली में पहले ही विफल हो चुका है.
बता दें कि गोवा में 8 विधायक कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए है. इस घटनाक्रम के बाद कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेरा ने कहा है कि बीजेपी वाले ‘ऑपरेशन लोटस’ पर खेल रहे हैं जिसका नाम बीजेपी के चुनाव चिन्ह के नाम पर रखा गया है, जिसका इस्तेमाल अक्सर बीजेपी द्वारा विपक्षी दलों को अलग करने के लिए किया जाता है. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें पता था कि ऐसा हो सकता है. बीजेपी ने ऐसा करने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए क्योंकि यह भारत जोड़ी यात्रा से प्रभावित है.
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने मीडिया बताया कि बीजेपी के ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत राज्य के कुछ ‘आप’ विधायकों से संपर्क साधा गया. ‘आप’ के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि ‘आप’ के सात से 10 विधायकों से पैसे और मंत्री पद के ऑफर के साथ संपर्क किया गया है. चीमा ने कहा कि पंजाब में हमारे विधायकों से संपर्क किया जा रहा है. पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बुधवार को इस मुद्दे पर पार्टी विधायकों के साथ राज्य के डीजीपी से मुलाकात की और गहन जांच की मांग की.