दिन रात जिहाद और जिहादी मानसिकता की बात करने वाले हिंदुत्वादी संगठनों को पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने अपने एक बयान से बैकफुट पर ला खड़ा किया है. दरअसल वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहसिना किदवई की जीवनी पर आधारित किताब के विमोचन में अपनी बात रखते हुए शिवराज पाटिल ने कहा कि जिहाद सिर्फ कुरान में नहीं है, बल्कि गीता में भी जिहाद का उल्लेख है, जीसस में भी जिहाद है. हालांकि उनके इस बयान की बीजेपी और वीएचपी ने तीखी आलोचना की है.
पाटिल ने कहा कि इस्लाम धर्म के अंदर जिहाद पर बहुत चर्चा हुई है. संसद में हम जो काम कर रहे हैं वो जिहाद को लेकर नहीं कर रहे बल्कि विचार को लेकर कर रहे हैं. जब स्वच्छ विचार तमाम कोशिशों के बाद भी कोई नहीं समझता है, तब शक्ति का उपयोग करना चाहिए. वो सिर्फ कुरान शरीफ के अंदर नहीं है, वो महाभारत के अंदर जो गीता का भाग है उसमें भी जिहाद है. महाभारत में श्रीकृष्ण जी ने भी अर्जुन को जिहाद का पाठ पढ़ाया था.
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पाटिल के बयान को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस ने हिंदू नफरत की सारी सीमाएं पार कर दी हैं. तुष्टिकरण की राजनीति के चलते और आम आदमी पार्टी के गोपाल इटालिया और राजेंद्र पाल के हिंदू विरोधी बयानों से वो कहीं वोट बैंक की पूरी की पूरी दुकान न ले जाएं, इसी के चलते आज कांग्रेस ने सभी हदें पार कर दीं. पाटिल के बयान पर हिंदू महासभा प्रमुख स्वामी चक्रपाणि और वीएचपी प्रवक्ता विनोद बंसल ने भी कड़ी आपत्ति जताई है. बंसल ने पाटिल के बयान पर कहा कि ये कांग्रेस के लिए ताबूत की आखरी कील साबित होगा.
विमोचन समारोह में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख डॉ. फारूक अब्दुल्ला भी शरीक थे. फारूक अब्दुल्ला ने भी पाटिल के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि ईसाई धर्म की किताबों में भी ऐसा ही संदेश दिया गया है. समारोह में कांग्रेस सांसद शशि थरूर, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे और मणिशंकर अय्यर भी शामिल हुए.