अखिलेश अखिल
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि कशी विश्वनाथ और ज्ञानवापी मस्जिद का विवाद संविधान के मुताबिक़ सुलझाया जायेगा. नड्डा ने कहा कि इस मसले पर अदालत के फैसले का पार्टी पालन करेगी. नड्डा के इस बयान को पार्टी का आधिकारिक बयान माना जा रहा है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, नड्डा ने कहा, ‘हम हमेशा सांस्कृतिक विकास की बात करते रहे हैं, लेकिन ये मुद्दे कोर्ट के फैसले और संविधान के हिसाब से सुलझाए जाएंगे. ऐसे में अदालत और संविधान इसपर फैसला लेंगे और बीजेपी इनका पालन करेगी.’
रिपोर्ट के अनुसार, काशी और मथुरा में मंदिरों को हासिल करना बीजेपी के एजेंडा में है या नहीं? इसपर उन्होंने कहा कि पालमपुर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राम जन्मभूमि पार्टी के प्रस्ताव का हिस्सा था, लेकिन ‘उसके बाद कोई संकल्प नहीं लिया गया है.’ जून 1989 में पालमपुलर संकल्प के बाद बीजेपी ने राम जन्मभूमि आंदोलन शुरू किया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले पर सरकार के शीर्ष पदाधिकारी ने अलग से बात की. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने काशी और मथुरा विवादों को लेकर कुछ नहीं कहा है और वो कोर्ट के फैसले के साथ जाएंगे.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में नड्डा ने कहा कि बीजेपी सशक्त राष्ट्र बनाने में सभी को साथ लेकर चलने के लिए तैयार है. साथ ही उन्होंने इस बात को खारिज किया कि मोदी सरकार में लोगों का एक वर्ग खुद को अलग-थलग महसूस कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘जब हम राजनीतिक तौर पर काम करते हैं, तो हमारा प्रयास सभी को साथ लेकर चलने का होता है. हमने इसके लिए तैयार रहना होगा.’
उन्होंने कहा, ‘समाज में कई तरह के लोग होते हैं. कुछ पहले प्रतिक्रिया देते हैं, कुछ बाद में, कुछ दशकों बाद और कुछ काफी समय गुजर जाने के बाद देते हैं. यह उनपर निर्भर करता है. लेकिन हमारा काम करने का तरीका सशक्त राष्ट्र, एक राष्ट्र के सिद्धांत पर है. यह साफ है और सभी को बराबर हिस्सा मिलेगा.’