पूर्व आईएएस अधिकारी सी.वी आनंद बोस को पश्चिम बंगाल का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है. राष्ट्रपति भवन ने गुरुवार को एक विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी. इसमें कहा गया है कि उनकी नियुक्ति उनके पदभार ग्रहण करने की तारीख से प्रभावी होगी. बोस नियुक्ति से पहले मेघालय सरकार के एडवाइजर रहे हैं. विज्ञप्ति में कहा गया है, “भारत के राष्ट्रपति डॉ सी.वी आनंद बोस को पश्चिम बंगाल के नियमित राज्यपाल के रूप में नियुक्त करके प्रसन्न हैं.” बता दें कि मणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन जुलाई से पश्चिम बंगाल का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे हैं. इसके पहले भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे.
बता दें कि सी.वी आनंद बोस को पहले जवाहरलाल नेहरू फैलोशिप मिला हुआ है. वो मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकैडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन के पहले फेलो भी हैं, जहां टॉप सिविल सर्विस ऑफिर्स को ट्रेनिंग दी जाती है. बोस लेखक और स्तंभकार भी हैं. बोस के कई उपन्यास, लघु कथाएं, कविताएं और निबंध सहित अंग्रेजी, मलयालम और हिंदी में 40 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं. बोस उस वर्किंग ग्रुप के चेयरमैन थे जिसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के लिए विकास एजेंडा तैयार किया था. सरकार ने बोस द्वारा दिए गए अफोर्डेबल हाउसिंग के कॉन्सेप्ट को अपनाय था.
अब देखना ये है कि बंगाल में ममता सरकार के साथ बोस के सरोकार कैसे रहते हैं. पिछले कुछ सालों से बंगाल में राज्यपाल और सीएम के बीच तकरार होती रही है.