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शिंदे गुट को झटका : शिंदे गुट के 22 विधायक बीजेपी में जाने को तैयार

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शिंदे गुट को झटका : शिंदे गुट के 22 विधायक बीजेपी में जाने को तैयार

 

  1. महाराष्ट्र में कौन किसके साथ, क्या खेल कर रहा है. यह कोई नहीं जानता. पहले बीजेपी ने शिवसेना में सेंध लगाकर शिंदे गुट खड़ा किया. और उद्धव ठाकरे सरकार को गिराकर शिंदे गुट के साथ अपनी सरकार बनाने का काम किया. लेकिन बीजेपी शिंदे गुट को ही खत्म करने को तैयार है. खबर है कि महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बड़ा झटका दे सकते हैं. उद्वव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में दावा किया है कि शिंदे गुट के 40 में से 22 विधायक जल्द ही बीजेपी में शामिल हो जाएंगे.

जिस तरह को राजनीति महाराष्ट्र में चल रही उससे लगने लगा है कि शिंदे की सीएम वाली वर्दी कभी भी उतारी जा सकती है. शिंदे गुट का महाराष्ट्र की ग्राम पंचायत और सरपंच चुनाव में जीतने का दावा भी सरासर झूठा है. शिंदे गुट के करीब 22 विधायक नाराज हैं. और इन्हीं में से कई विधायकों का बीजेपी में जाना लगभग तय है.

कहा जा रहा है कि शिंदे के कार्यों से महाराष्ट्र को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है और इसके लिए राज्य उन्हें कभी भी माफ नहीं करेगा. बीजेपी अपने सहयोगी शिंदे को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करती रहेगी. शिंदे का महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में विकास में योगदान दिखाई नहीं दे रहा है. दूसरी तरफ डिप्टी सीएम फडणवीस हर जगह दिखाई देते हैं.

शिंदे का दिल्ली में भी कोई खास प्रभाव नहीं है. मंगलवार को फडणवीस दिल्ली गए और धारावी पुनर्विकास परियोजना के लिए महाराष्ट्र सरकार रेलवे से जमीन के लिए रेल मंत्रालय से मंजूरी ले आए. धारावी के पुनर्विकास का पूरा श्रेय फडणवीस को जाता है. राज्य के मुख्यमंत्री इस महत्वपूर्ण परियोजना की घोषणा में कहीं नहीं है.

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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