Home चुनाव यूपी उपचुनाव : आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव और रामपुर से तंजीम फातिमा होंगे सपा उम्मीदवार

यूपी उपचुनाव : आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव और रामपुर से तंजीम फातिमा होंगे सपा उम्मीदवार

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यूपी उपचुनाव : आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव और रामपुर से तंजीम फातिमा होंगे सपा उम्मीदवार

 

अंज़रुल बारी

 

आजमगढ़ से सपा ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. पहले यह मान जा रहा था कि डिम्पल यादव को पार्टी यहाँ से उम्मीदवार बनाएगी लेकिन आखिरी समय में अखिलेश यादव ने डिम्पल की जगह अपने चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव पर भरोसा जताया है. कहा जा रहा है कि सपा ने आजमगढ़ को जीतने के लिए अपने परिवार पर ही भरोसा जताया है. इस भरोसे का परिणाम क्या होता है इसे देखना है.

सपा ने आजमगढ़ में एक बार फिर से परिवार पर ही भरोसा जताया है. सपा ने यहां उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है. बताया जा रहा है कि अगर यहां पार्टी की हार हो जाती तो बड़ा मुश्किल हो जाता. जबकि बसपा ने सपा को फंसाने के लिए पहले ही यहां से एक मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारा है. वहीं बीजेपी ने यादव उम्मीदवार के तौर पर दिनेश लाल यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है. जो भोजपुरी स्टार भी हैं. बता दें कि आजमगढ़ दलित, यादव और मुस्लिमों का गढ़ है. अखिलेश यादव यहाँ से 2019 में चुनाव जीते थे लेकिन विधान सभा चुनाव जीतने के बाद ये सीट अखिलेश यादव ने खाली कर दी थी. सपा परिवार के लिए यह सीट प्रतिष्ठा से जुड़ी है.

हालांकि यहां पहले सपा से डिंपल यादव के उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा बहुत दिनों तक चली. लेकिन बसपा ने मुस्लिम उम्मीदवार के रूप में शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को टिकट दे दिया. जिसके बाद अखिलेश यादव ने परिवार से ही धर्मेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया है. वो पहले बदायूं से लोकसभा के सांसद हुआ करते थे, हालांकि 2019 का चुनाव वो हार गए थे. वो सोमवार को दोपहर बाद आजमगढ़ जाकर अपना नामांकन भरेंगे. बता दें कि आजमगढ़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सोमवार को नामांकन का आखिरी दिन है.

उधर समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान के इस्तीफे से खाली हुई रामपुर लोकसभा सीट पर 23 जून को उपचुनाव होना है. जानकारी के मुताबिक आजम खान की पत्नी तंजीम फातिमा को यहाँ से सपा ने मैदान में उतारने का फैसला किया है. खबर के मुताबिक फातिमा के नाम पर अंतिम मुहर अखिलेश – आजम खान के बीच हुई बातचीत और मुलाकात के बाद लगी है.

बता दें कि डॉ. तंजीम फातिमा राज्यसभा सदस्य और रामपुर शहर सीट से विधायक रह चुकीं हैं. रामपुर लोकसभा सीट से बीजेपी ने बरेली-रामपुर एमएलसी सीट के पूर्व एमएलसी घनश्याम लोधी को मैदान में उतारा है.

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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