Home देश पीएम मोदी से आज ममता की मुलाकात, कई विपक्षी नेताओ के साथ भी करेंगी बैठक

पीएम मोदी से आज ममता की मुलाकात, कई विपक्षी नेताओ के साथ भी करेंगी बैठक

0
पीएम मोदी से आज ममता की मुलाकात, कई विपक्षी नेताओ के साथ भी करेंगी बैठक

 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इन दिनों दिल्ली की चार दिवसीय यात्र पर हैं. और आज उनकी मुलाकात प्रधान मंत्री मोदी से होने वाली है. मान जा रहा है कि ममता पीएम मोदी के साथ मिलकर बंगाल के लिए जीएसटी के मसले पर बात करेंगी. और बकाये राशि की मांग करेंगी. इसके साथ ही कई और मसलों पर भी चर्चा की सम्भावना है. ममता बनर्जी सोनिया गाँधी समेत कई और विपक्षी नेताओं से भी मिलेंगी.

सूत्रों ने बताया कि ममता ने दिल्ली में अपनी पार्टी के सांसदों से भी मुलाकात की है. और आगे की रणनीति पर चर्चा की है. बनर्जी के भतीजे और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी बैठक के दौरान काफी मुखर थे. और उन्होंने सुझाव दिया कि संसद के मानसून सत्र के आखिरी दिनों में सांसदों को कौन से मुद्दे उठाने चाहिए. दोनों ने स्पष्ट रूप से पार्टी सांसदों से कहा कि वो बीजेपी से नहीं ‘डरें’. ममता बनर्जी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलेंगी.

सूत्रों ने बताया कि मोदी के साथ बैठक में उनके द्वारा पश्चिम बंगाल के जीएसटी बकाये पर चर्चा करने की संभावना है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री सात अगस्त को नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगी. उन्होंने कहा कि शनिवार को द्रमुक, टीआरएस और ‘आप’ जैसे गैर-कांग्रेसी विपक्षी नेताओं के साथ बैठक भी होनी है. संसद में कांग्रेस के प्रति तृणमूल की गर्मजोशी के साथ ही, बनर्जी सबसे पुरानी पार्टी (कांग्रेस) की अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिल सकती हैं.

इस बीच, तृणमूल सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि हम (केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री) गिरिराज सिंह से मिले थे और उन्होंने 48 घंटे के भीतर मनरेगा मुद्दे को हल करने का वादा किया था. एक महीने से अधिक हो गया है और मुझे जो कुछ मिला है. वह जवाबी पत्र है, जिसे मैंने ममता बनर्जी को दे दिया है.

सूत्रों ने संकेत दिया कि राज्य में नौकरियों के बदले नकदी घोटाले में पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के प्रवर्तन निदेशालय की जांच के घेरे में आने के कारण बनर्जी के मीडिया को संबोधित करने की संभावना नहीं है. प्रधानमंत्री मोदी सात अगस्त को नीति आयोग की संचालन परिषद की बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें कृषि, स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी.

Previous article राहुल गाँधी ने कहा, सरकार ने आठ साल में लोकतंत्र को बर्बाद कर दिया
Next article लोकतंत्र का खेल : गरीबो को पांच किलो अनाज के बदले अमीरों के दस लाख करोड़ की माफ़ी 
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here