नेपाल में राजनीतिक दलों में सरकार गठन पर सहमति के बाद देश के अगले पीएम के तौर पर पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ को सोमवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी. इस सिलसिले में राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने प्रचंड को देश का नया प्रधानमंत्री भी नियुक्त कर दिया है.
इससे पहले प्रचंड ने दूसरे दलों के साथ सहमति बनने के बाद राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश करते हुए 169 सांसदों का समर्थन पत्र सौंपा. जिसमे निर्दलीय सांसद भी शामिल हैं.
प्रचंड की पार्टी सीपीएन – माओवादी सेंटर प्रतिनिधि सभा (संसद) में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है. इसके पहले विपक्षी सीपीएन (यूएमएल) और अन्य छोटे दलों ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ नेपाल (माओवादी सेंटर) के चेयरमैन प्रचंड को प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन देने का एलान कर दिया.
बता दें कि इस बात को लेकर सहमति बनी है कि प्रचंड और ओली बारी-बारी से सरकार का नेतृत्व करेंगे, जिसमें पहले प्रचंड सरकार का नेतृत्व करेंगे.
गौरतलब है कि बीते सप्ताह हुए आम चुनावों में किसी एक पार्टी को बहुमत न मिलने के बाद देश में सियासी संकट पैदा हो गया था. सीटों के मामले में प्रचंड की पार्टी इसमें तीसरे नंबर पर रही थी.