पंजाब के पटियाला में खालिस्तान विरोधी मार्च के विरोध में दो गुटो के बीच आपसी झड़प के बाद स्थानीय प्रशासन ने तनाव को देखते हुए शहर में 11 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया है. मार्च की अगुवाई कर रहे शिवसेना नेता हरीश सिंगला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने कहा है कि मार्च निकलने की इजाज़त नहीं थी, फिर भी मार्च निकाला गया.
इस बीच शिवसेना हिंदुस्तान नाम के एक संगठन ने आज यानी 30 अप्रैल को पटियाला बंद का आह्वान किया है. पंजाब शिवसेना इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष हरीश सिंगला को इस घटना के बाद पार्टी से निष्कासित कर दिया है. ये जानकारी पंजाब इकाई के अध्यक्ष ने दी है, उन्होंने कहा है कि पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के निर्देश के बाद सिंगला को पार्टी गतिविधियों के खिलाफ काम करने के आरोप में पार्टी से बाहर कर दिया गया है.
इस दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने घटना को लेकर पुलिस महानिदेशक और आला अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि वह किसी को भी राज्य में अशांति भंग करने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि हम स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं. उसके बाद मख्यमंत्री मान ने एक ट्वीट कर कहा कि घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं, और अधिकारियों को हिदायत कर दी गई है कि वो किसी भी दोषी को ना छोड़ें.
बता दें कि शिवसेना कार्यकर्ताओं और खालीस्तानी समर्थकों के बीच यह झड़प शुक्रवार को उस समय हुई जब काली माता मंदिर के बाहर शिवसेना कहने वाले संगठन के सदस्यों ने खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च शुरू किया था. झड़प के दौरान खुलेआम तलवारे लहराई गईं और एक दूसरे पर पत्थर फेंके गए. इस दौरान पुलिस ने हालात को कंट्रोल कर लेने का दावा किया है.