अखिलेश यादव
ऑपरेशन ब्लू स्टार की आज 38वीं बरसी है. खिलस्तानी संगठनों ने बंद का आह्वान तो किया ही है खालिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए हैं. कट्टरपंथी संगठनों के नारे से सरकार ने भी पूरी तैयारी कर रखी है. पूरी अमृतसर को छावनी में बदल दिया गया है. स्वर्ण मंदिर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है इसके साथ के जिलों में भी सुरक्षा की व्यवस्था कड़ी और मजबूत की गई है.
बता दें कि ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर अमृतसर में कट्टरपंथी संगठनों ने बंद बुलाया है, जिसे देखते हुए पुलिस ने पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस नजर रख रही है. जानकारी के मुताबिक अमृतसर में 7 हजार जवानों को तैनात किया गया है. 1984 में आज ही के दिन स्वर्ण मंदिर में सेना का ऑपरेशन खत्म हुआ था.
अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के आसपास चप्पे चप्पे पर पुलिस का पहरा है. वहां की सड़कों पर फ्लैग मार्च निकाला जा रहा है. स्वर्ण मंदिर की सुरक्षा में थोड़ी सी भी लापरवाही ना हो इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई है. कट्टरपंथी संगठनों ने ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर अमृतसर बंद का आह्वान किया है जिसके बाद सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई है.
ऑपरेशन ब्लू स्टार की 38वीं बरसी को देखते हुए कट्टरपंथी संगठनों ने अमृतसर बंद बुलाया है. दल खालसा नाम के संगठन ने ऑरपरेशन ब्लू स्टार के खिलाफ जगह जगह पोस्टर भी लगाए. इसी के मद्देनजर सुरक्षा बल के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है ताकि अमृतसर की सुरक्षा में कोई सेंध ना लगा सके. पुलिस के मुताबिक अमृतसर की सुरक्षा में करीब सात हजार जवान तैनात किए गए हैं. जिसमें अर्धसैनिक बलों की चार कंपनियां भी शामिल हैं. इसके अलावा दरबार साहिब की ओर जाने वाली बाहरी गाड़ियों पर रोक लगा दी गई.
कट्टरपंथी सिख संगठनों और दल खालसा, शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) सहित खालिस्तान समर्थक समूहों से जुड़े सदस्यों ने ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ की 38वीं बरसी से एक दिन पहले रविवार को शहर में ‘आजादी मार्च’ का आयोजन किया था. लॉरेंस रोड पर भाई वीर सिंह मेमोरियल हॉल से मार्च शुरू होते ही प्रदर्शनकारियों ने खालिस्तान के झंडे और तख्तियां लिए हुए सिखों के लिए अलग राज्य खालिस्तान की मांग करते हुए आजादी के समर्थन में नारे लगाए.