Wednesday, November 13, 2024
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अब गोवा में ऑपरेशन लोटस, कांग्रेस हुई सतर्क

 

महाराष्ट्र के बाद अब बीजेपी की नजर गोवा पर है. उसने अपना ऑपरेशन शुरू भी कर दिया है, लेकिन कांग्रेस भी सतर्क हो गई है और वह नहीं चाहती कि 2017 की तरह पार्टी में भारी टूट हो. हालांकि कांग्रेस के करीब चार विधायक बीजेपी के संपर्क में बताये जा रहे हैं, जिनमे पूर्व मुख्यमंत्री कामत भी शामिल हैं. फौरी तौर पर कांग्रेस ने माइकल लोबो को गोवा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से हटा दिया है. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और लोबो पर बीजेपी के साथ मिलकर पार्टी के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है.

राज्य विधानसभा सत्र की पूर्व संध्या पर यह घोषणा करते हुए, कांग्रेस के गोवा डेस्क प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा कि लोबो और कामत के अलावा, पार्टी के तीन अन्य विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है. यह घटनाक्रम उन अटकलों के बीच सामने आया है जिनमें कहा जा रहा है कि 40 सदस्यीय सदन में कांग्रेस के कुछ विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.

राव ने कहा, एलओपी माइकल लोबो और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत गोवा में कांग्रेस में दलबदल सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी के साथ मिलकर साजिश रच रहे थे. पार्टी ने लोबो को नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी लोबो और कामत दोनों के खिलाफ कार्रवाई करेगी.

बता दें कि गोवा में कांग्रेस के फिलहाल 11 विधायक हैं. राव ने कहा कि पार्टी के पांच विधायक – लोबो, कामत, केदार नाइक, राजेश फलदेसाई और डेलियाला लोबो से संपर्क नहीं हो पा रहा है, जबकि पांच अन्य – एल्टन डी’कोस्टा, संकल्प अमोनकर, यूरी अलेमाओ, कार्लोस अल्वारेस फरेरा, रुडोल्फ फर्नांडीस संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे. उन्होंने कहा, छठे विधायक एलेक्सो सिकेरा पार्टी नेताओं के संपर्क में है, और कांग्रेस के साथ हैं. सत्तारूढ़ बीजेपी के पास वर्तमान में 20 विधायक हैं और उसे पांच अन्य का भी समर्थन प्राप्त है. इस साल फरवरी में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 11 सीटों पर जीत हासिल की थी.

बता दें कि 2017 के राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सर्वाधिक 17 सीट जीती थीं, जबकि बीजेपी को 13 सीट मिली थीं. हालांकि, भगवा दल ने कुछ अन्य दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ गठबंधन करके सरकार बना ली थी. पिछले पांच साल में कई कांग्रेस विधायकों ने पार्टी छोड़ दी और अब सदन में पार्टी के केवल दो विधायक बच गए थे.

देखना ये है कि गोवा में कांग्रेस अपनी पार्टी को बीजेपी के खेल से कैसे बचा पाती है. क्योंकि बीजेपी चाहती है कि अब गोवा में विपक्ष को ही ख़त्म कर दिया जाए.

Anzarul Bari
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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.
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