Home देश अग्निपथ की आग में झुलसता देश, गृहमंत्रालय की आज अहम बैठक 

अग्निपथ की आग में झुलसता देश, गृहमंत्रालय की आज अहम बैठक 

0
अग्निपथ की आग में झुलसता देश, गृहमंत्रालय की आज अहम बैठक 

 

अग्निपथ योजना से देश जुलस रहा है. उत्तर से दक्षिण तक के राज्य जल रहे हैं. आज चौथे दिन भी देश भर में इस योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है. बिहार में आज बंद का आह्वान किया गया है. इसी बीच खबर आ रही है कि गृहमंत्रालय इस मुद्दे पर अहम बैठक करेगा. देश के विभिन्न हिस्सों में युवाओं का तांडव जारी है. बिहार से तेलंगाना तक आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनों में आग लगा दी. रेलवे स्टेशन में तोड़फोड़ की है. रेलवे लाइन और हाइवे को अवरुद्ध किया जा रहा है. बड़ी संख्या में निजी व सार्वजनिक वाहनों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. इस बीच सिकंदराबाद में पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की जान चली गयी. बिहार के लखीसराय में एक यात्री की मौत हो गयी.

इधर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने अग्निपथ भर्ती योजना को लेकर पैदा चिंताओं को दूर करने की कोशिश की. राजनाथ सिंह ने आज सैन्य अफसरों की बैठक भी बुलाई है. रक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ ही दिनों में सेना की भर्ती प्रक्रिया आरंभ होने वाली है. उन्होंने सशस्त्र बलों में शामिल होने के आकांक्षी युवाओं से तैयारी शुरू करने की अपील की. थलसेना भर्ती के लिए दो दिनों में एक शुरुआती अधिसूचना जारी करेगी.

इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अग्निपथ योजना में शामिल होने की अधिकतम उम्र सीमा बढ़ाने के फैसले से बड़ी संख्या में युवाओं को फायदा होगा. शाह ने ट्वीट किया कि पिछले दो वर्ष में कोरोना के कारण सेना में भर्ती की प्रक्रिया प्रभावित हुई. इसलिए पीएम नरेंद्र मोदी ने युवाओं की चिंता करते हुए इस योजना के तहत पहले वर्ष में उम्र सीमा में दो वर्ष की रियायत देकर इसे 21 साल से 23 वर्ष करने का निर्णय लिया है.

इससे पहले शुक्रवार की सुबह प्रदर्शनकारियों ने बिहार के लखीसराय में विक्रमशिला व इंटरसिटी एक्सप्रेस और समस्तीपुर में बिहार संपर्क क्रांति ट्रेन के कई डिब्बे फूंक दिये थे. वहीं, बेतिया में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल व राज्य की उप मुख्यमंत्री रेणु देवी के आवास में तोड़फोड़ की घटना हुई. मोतिहारी में बीजेपी विधायक विनय बिहारी की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया. इसके अलावा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और झारखंड में कई जगहों पर भी हिंसक प्रदर्शन हुए.

बिहार के 25 जिलों में युवाओं का उग्र प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारियों ने लखीसराय में डाउन विक्रमशिला एक्सप्रेस व मुजफ्फरपुर इंटरसिटी, इस्लामपुर में हटिया-इस्लामपुर एक्सप्रेस, समस्तीपुर में बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, जयनगर-अमृतसर व जम्मूतवी का इंजन, गया में पैमार स्टेशन पर पैसेंजर ट्रेन, दानापुर में सिकंदराबाद व फरक्का एक्सप्रेस, सुपौल में ललितग्राम के पास सवारी गाड़ी, आरा के कुलहड़िया में मेमू ट्रेन, छपरा के चैनवा में मालगाड़ी के इंजन में आग लगा दी.

उधर ,हावड़ा, सियालदह व कोलकाता से रवाना होने वाली कई कई ट्रेनें रद्द हो गई है. बर्दवान स्टेशन पर घंटों खड़ी रहने के बाद पूर्वा व लाल कुआं एक्सप्रेस वापस हावड़ा लौट गयी. उत्तर 24 परगना जिले में सियालदह-बनगांव मार्ग पर ट्रेन सेवाएं प्रभावित रहीं.

उत्तर प्रदेश के बलिया, अलीगढ़, फिरोजाबाद, अमेठी, वाराणसी,उन्नाव व देवरिया सहित 17 जगहों पर विरोध में प्रदर्शन हुआ. बलिया में ट्रेन के खाली डिब्बे व अलीगढ़ में पुलिस चौकी फूंक दी गयी. 12 ट्रेनें नहीं चलीं. ओड़िशा के कटक में प्रदर्शन हुआ. बालासोर जिले के एक युवक ने प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. तेलंगाना में सिकंदराबाद स्टेशन पर एक ट्रेन के तीन डिब्बों को फूंक दिया. राजस्थान के जयपुर, भरतपुर, झुंझुनूं, कोटा व अलवर जिलों में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है.

Previous article एनसीईआरटी के 12वीं के सिलेबस से गुजरात दंगा चैप्टर हटाया गया
Next article जम्मू कश्मीर में इसी साल के अंत में संपन्न होगा चुनाव
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here