Sunday, September 8, 2024
होमपॉलिटिक्सशिवसेना के 16 सांसदों ने उद्धव ठाकरे के सामने रखी द्रौपदी मुर्मू...

शिवसेना के 16 सांसदों ने उद्धव ठाकरे के सामने रखी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने की मांग

 

पहले सत्ता गई, फिर पार्टी टूटी, और अब शिवसेना के 16 सांसदों ने पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मांग की है कि उन्हें राष्ट्रपति पद की एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करना चाहिए. दरअसल शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की ओर से शिवसेना सांसदों की एक बैठक बुलाई गई थी. बैठक का मुख्य एजेंडा राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन को लेकर था. बैठक में मौजूद 16 सांसदों ने उद्धव ठाकरे से राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू के समर्थन करने की मांग की है. शिवसेना प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मांग पर दो दिन में फैसला ले सकते हैं. हालांकि, शिवसेना के कई सांसदों के शिंदे गुट के साथ जाने की चर्चाओं के बीच बैठक को काफी अहम माना जा रहा था. अगर शिवसेना मुर्मू का समर्थन करती है तो एनडीए के बीच तल्खी दूर होने का एक संकेत मिल सकता है.

पार्टी सांसद गजानन कीर्तिकर ने बताया कि बैठक के दौरान शिवसेना के लोकसभा के 16 और राज्यसभा के दो सांसद मौजूद रहे. हालांकि बैठक में दो सांसद श्रीकांत शिंदे और भावना गवली नहीं पहुंचे. उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री में आयोजित बैठक में राज्यसभा सांसद संजय राउत और प्रियंका चतुर्वेदी व लोकसभा सांसद गजानन कीर्तिकार, विनायक राऊत, अरविंद सावंत, हेमंत गोडसे, धैर्यशील माने, श्रीरंग बरने, राहुल शेवाले, प्रतापराव जाधवी, सदाशिवराव लोखंडे, राजेंद्र गावित, राजन विचारे और ओमप्रकाश राजेनिंबालकर सहित अन्य सांसद भी पहुंचे.

कीर्तिकर ने बताया कि बैठक में 16 सांसदों ने राष्ट्रपति उम्मीदवार के समर्थन को लेकर कहा कि द्रौपदी मुर्मू आदिवासी महिला हैं. इसलिए हमें उनके पक्ष में मतदान करना चाहिए. इसके पहले भी हम मराठी के मुद्दे पर प्रतिभा पाटिल और प्रणब मुखर्जी का समर्थन कर चुके हैं. सांसदों की राय जानने के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगले दो-तीन दिन में इस मुद्दे पर फैसला ले लिया जाएगा.

बता दें कि बीते दिनों शिवसेना सांसद राहुल शेवाले उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की अपील कर चुके हैं. लेकिन पूर्व में शिवसेना ने एनडीए के साथ नाता तोड़ लिया था और प्रतिभा पाटिल और प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी का समर्थन किया था. शिवसेना ने 2019 में एनडीए छोड़ दिया और महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के साथ सरकार बनाई.

Anzarul Bari
Anzarul Bari
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.
RELATED ARTICLES

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Most Popular

Recent Comments