अखिलेश अखिल
नगालैंड में साल भर बाद चुनाव होने हैं, लेकिन उससे पहले ही बीजेपी गठबंधन को बड़ा सियासी लाभ मिल गया है. नगा पीपुल्स फ्रंट यानी एनपीएफ के 21 विधायकों का शुक्रवार को नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी यानी एनडीपीपी में विलय हो गया. एनडीपीपी के प्रवक्ता मेरेंतोशी जमीर ने कहा, “मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो और उनकी सरकार के नेतृत्व को मजबूत करने के लिए एनपीएफ के 21 विधायकों का एनडीपीपी पार्टी के अधिकारियों के साथ विलय हो गया है. उनके साथ पूर्व राज्यसभा सांसद केजी केने भी पार्टी में शामिल हो गए.”
उन्होंने कहा कि विधायकों का विलय सरकार और नेतृत्व को मजबूत करेगा. जमीर ने कहा, “हम उन सभी 21 का स्वागत करते हैं और निकट भविष्य में अन्य लोगों का भी इसमें शामिल होने का स्वागत करते हैं.”
उन्होंने कहा, “‘यूनाइटेड डेमोक्रेटिक अलायंस (यूडीए) का गठन नागा राजनीतिक मुद्दे के लिए किया गया था. इसलिए नेताओं ने महसूस किया कि एक राजनीतिक दल के अधीन रहने से नागा मुद्दे को और मजबूत करने और आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी.” उन्होंने कहा, ’21 विधायकों का एक छतरी के नीचे आना और एक ही पार्टी के तहत होने से मजबूती मिलेगा. यहां विपक्ष विहीन सरकार हो चुकी है.”
21 विधायकों ने व्यक्तिगत पत्रों और आम प्रस्ताव के माध्यम से अपने विलय की घोषणा की थी. शुक्रवार को इन 21 विधायकों ने खुद को स्पीकर के सामने पेश किया था. उन्हें एनडीपीपी अध्यक्ष से स्वीकृति पत्र प्राप्त हुआ. अध्यक्ष ने एनएलए आयुक्त और सचिव को नियमों के अनुसार सूचना के संशोधित सारांश को प्रकाशित करने और रिकॉर्ड में विधायकों की पार्टी संबद्धता को सही करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सदस्यों के खिलाफ दायर किसी भी याचिका के मामले में प्रक्रिया के अनुसार अलग से विचार किया जाएगा.
एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन पर जमीर ने कहा कि यह 2018 से बहुत अच्छा चल रहा है और नए विकास से दोनों राजनीतिक दलों को खतरा नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा, बीजेपी के साथ हमारा (एनडीपीपी) चुनाव पूर्व गठबंधन जारी है और यह जारी रहेगा. यह जैसा है वैसा ही खड़ा रहेगा.’ उन्होंने आश्वासन दिया कि दोनों पक्षों के बीच जो वादा किया गया था वह नहीं टूटेगा. उन्होंने कहा, ‘गठबंधन और जो भी फैसला हो रहा है वह बीजेपी की जानकारी से किया जा रहा है.’