दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों को सपोर्ट करने आज खाप पंचायतें और किसान संगठन खुलकर सामने आ गए हैं. खाप के साथ-साथ बड़ी तादाद में किसान संगठन के लोग भी धरनास्थल पर पहुंचे हुए हैं. इसमें BKU टिकैत के अध्यक्ष नरेश टिकैत भी पहलवानों के धरनास्थल पर पहुंचे हैं. जंतर-मंतर पर लोगों को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इस मुद्दे पर किसान और खाप साथ हैं. आंदोलन के रोडमैप को लेकर बैठक जारी है.
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर मोदी सरकार की आलोचना क्यों नहीं की जा रही? क्या इस मसले पर राहुल गांधी की आलोचना होनी चाहिए? उन्होंने कहा कि ‘अब केंद्र सरकार का भूत उतारना ही पड़ेगा. इसके लिए कभी मिर्ची का इस्तेमाल करना पड़ता है तो कभी कुछ और करना पड़ता है’. टिकैत ने सवाल किया कि क्या दिल्ली पुलिस ने पहले भी इसी तरह की धाराओं के तहत किसी को गिरफ्तार नहीं किया है? अगर नहीं किया है तो उसे (बृजभूषण) गिरफ्तार न करे और अगर किया है तो आगे कार्रवाई करे.
उधर मुश्किल में फंसे भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने खाप पंचायतों और हरियाणा के जाटों से अपील की है कि वह दिल्ली आने से पहले अपने गांव या आसपास के किसी भी पहलवानों से उनके बारे में पूछ लें. बृजभूषण ने कहा कि जो लड़ाई वह लड़ रहे हैं, वह जूनियर बच्चों के लिए है. माता पिता अपने जीवन में कटौती कर अपने बच्चों को पहलवान बनाना चाहते हैं. वह उनकी लड़ाई लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा है कि यदि एक भी गुनाह साबित हो गया तो वह फांसी पर लटक जाएंगे.
भारी भीड़ को देखते हुए पहले ही दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड में आ गई थी. सोनीपत-दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर अलर्ट जारी कर दिया गया था. सिंघु बॉर्डर पर भी भारी पुलिस बल की तैनाती रविवार सुबह से ही कर दी गई थी. यहां SSB की बटालियन भी तैनात की गई है. पुलिस यहां पिकेट लगाकर चेकिंग कर रही है.
बता दें कि रविवार को भारतीय किसान यूनियन उगराहां और संयुक्त किसान मोर्चा, दोनों के कार्यकर्ताओं ने जंतर-मंतर पर जमावड़ा लगाया है. बीकेयू उगराहां ने ऐलान किया है कि वह 11 मई से 18 मई के बीच देश भर में मोदी सरकार और बृजभूषण की अर्थी जलाएगा. पंजाब से आए बीकेयू के सदस्यों ने इस दौरान लंगर भी लगाया.