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भारत से छिन सकता है हॉकी विश्व कप की मेजबानी

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भारत से छिन सकता है हॉकी विश्व कप की मेजबानी

विश्व हॉकी की सर्वोच्च संस्था (एफआईएच) ने अगले साल होने वाले विश्व कप की भारत की मेजबानी बरकरार रखने लिए बुधवार को अदालत से नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) से नए संविधान को अपनाने और हॉकी इंडिया के चुनाव कराने के लिए ‘समयसीमा’ तय करने को कहा। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने सीओए को पत्र लिखकर नए संविधान का मसौदा तैयार करने और चुनाव कराने को कहा। एफआईएच ने कहा कि इसमें और देरी से भुवनेश्वर और राउरकेला में अगले साल 13 से 29 जनवरी तक होने वाले विश्व कप की मेजबानी खतरे में पड़ सकती है।

एफआईएच के मुख्य कार्यकारी अधिकारी थियरी वील ने हॉकी इंडिया सीओए को भेजे गये पत्र में कहा, ‘एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 की भारत की मेजबानी सुनिश्चित करने के लिए संविधान को अपनाने और साथ ही हॉकी इंडिया के कार्यकारी बोर्ड के चुनाव करवाने के संबंध में हम आपसे विस्तृत समयसीमा उपलब्ध कराने के लिये कहते हैं।’

वील ने इस पर भी चिंता जताई कि सीओए विश्व संस्था के 17 जुलाई को भेजे गये पत्र का जवाब नहीं दे रहे हैं जिसमें इन मसलों पर जवाब मांगा गया था। वील ने बुधवार को भेजे गए पत्र में कहा, ‘हम फिर से दोहरा रहे हैं कि चुनाव जल्द से जल्द होने चाहिए ताकि हॉकी इंडिया के नवनिर्वाचित कार्यकारी बोर्ड को एफआईएच हॉकी पुरुष विश्व कप के सुचारू रूप से आयोजन के लिये पर्याप्त समय मिल सके।’

 

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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