मक्का: दुनिया भर से पवित्र हज के लिए सऊदी अरब पहुंचने वाले हाजी फज्र की नमाज पढ़ने के बाद मीना से अरफात के मैदान पहुंच गए. इससे पहले हाजियों ने मीना में दुनिया की सबसे बड़ी खीमा बस्ती में रात गुजारी थी.
अरफात के मैदान में हज का खुतबा देते हुए मुहम्मद बिन अब्दुल करीम अल-इसा ने कहा कि मुसलमानों के लिए अल्लाह के अलावा कोई ईश्वर नहीं है, वह एक है, अल्लाह का कोई साथी नहीं है, उसने अपना वादा पूरा किया है, अल्लाह की रहमत से मायूस सिर्फ वही लोग होते हैं जो अल्लाह की दया से निराश होकर भटक जाते हैं.
मुहम्मद इब्न अब्द अल-करीम अल-इसा ने अपने हज के संदेश में कहा कि मुसलमानों को एक-दूसरे के साथ दया और रहम का मामला करना चाहिए, अल्लाह ने अपने माता-पिता के साथ साथ भलाई करने का निर्देश दिया है. इस्लाम भाई चारे और आपसी मुहब्बत को बढ़ावा देने के निर्देश देता है. अल्लाह का निर्देश है कि लोग अपने माता – पिता के बाद अपने परिवार जनों से भी भलाई का व्यवहार करें.
हज के अपने संदेश में मुहम्मद बिन अब्दुल करीम अल-इस्सा ने आगे कहा कि इस्लामी मूल्यों के लिए जरूरी है कि आप नफरत फैलाने वाली हर चीज़ से अपनी दूरी बना लें. उन्होंने कहा कि अल्लाह ने निर्देश दिया है कि ईश्वर और उसके नबी के बताए हुए तरीके पर चलने वाले लोगों के लिए जन्नत की खुशखबरी है. दुनिया भर के सभी इंसान आदम अलैहिस्सलाम के वंशज हैं, और आदम को मिट्टी से से बनाया गया है.