बीजेपी की विस्तारवादी राजनीति पर नकेल कसने के लिए विपक्षी एकता को धार देने के लिए आज बिहार के सीएम नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलेंगे. खबर के मुताबिक इन नेताओं के बीच ये मुलाकात शाम को होना निश्चित है. सबसे पहले विपक्ष के अधिकतर नेता हरियाणा में चौधरी देवी लाल की जयंती पर जुटेंगे. इस जुटान में कई राज्यों के समाजवादियों के जुटने की खबर है. जानकारी के मुताबिक सोनिया से मिलकर बिहार के ये दोनों नेता आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे. ताकि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को घेरा जा सके.
उधर सोनिया गांधी से मुलाकात से पहले लालू प्रसाद ने बीजेपी पर करारा हमला किया है. सीमांचल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से लगाए गए तमाम आरोपों के जवाब में लालू प्रसाद ने कहा कि शाह परेशान हैं. उन्होंने कहा कि बिहार से उनकी सरकार का सफाया हो गया है. और 2024 में भी ऐसा ही होने वाला है. इसीलिए वह इधर-उधर भाग रहा है और वह सब कह रहा है कि जंगल राज है. गुजरात में रहते हुए उन्होंने क्या किया? जब वे वहां थे, तो जंगल राज नहीं था?
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सीमांचल में आयोजित अपनी पहली रेली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बीजेपी की पीठ में छूरा घोंपने का आरोप लगाया था. इसके साथ ही, उन्होंने मंच से रैली में उपस्थित लोगों से सवाल पूछे थे कि क्या नीतीश कुमार भारत के प्रधानमंत्री बन सकते हैं? इसके साथ ही, उन्होंने अपने भाषण के दौरान नीतीश कुमार के महागठबंधन में शामिल के बाद बिहार में ‘जंगल राज’ लौटने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के महागठबंधन में वापस आने के बाद बिहार में जंगल राज की वापसी हो गई है.
लालू प्रसाद ने कहा है कि हम विपक्ष को एकजुट करने के लिए सभी प्रकार के प्रयास कर रहे हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या उनका गठबंधन 2024 के राष्ट्रीय चुनावों में बीजेपी को प्रभावित कर पाएगा? इसके जवाब में राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा कि हां, हम बीजेपी को उखाड़ फेंकेंगे. मुझे यह कितनी बार कहने की ज़रूरत है?
गौरतलब है कि वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दल एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ गठबंधन बनाने के प्रयास में जुटे हुए हैं. अपनी पिछली दिल्ली यात्रा के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जोर देकर कहा था कि हम तीसरा मोर्चा नहीं बनना चाहते. हमें मुख्य मोर्चा बनना होगा. उन्होंने 2024 में प्रधान मंत्री पद के लिए दौड़ने पर विचार करने की अटकलों को भी बार-बार खारिज किया है.