Tuesday, December 3, 2024
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‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख, खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह गिरफ़्तार, असम के डिब्रूगढ़ जेल के हुए रवाना 

पिछले 18 मार्च से फरार चल रहे ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने भिंडरावाले के जिले मोगा के एक गृदुवारे से गिरफ़्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद अब पंजाब पुलिस उन्हें स्पेशल प्लेन से असम के डिब्रूगढ़ जेल लेकर रवाना हो गई है. जहां उनके कई और साथियों को भी गिरफ्तारी के बाद से रखा गया है.

इससे पहले पंजाब पुलिस ने ट्वीट कर बताया, ”अमृतपाल सिंह को पंजाब के मोगा से गिरफ्तार किया गया है.” पंजाब पुलिस ने नागरिकों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की भी अपील की है. साथ ही लोगों से कहा है कि वो कोई भी फर्जी ख़बर साझा न करें और साझा करने से पहले ख़बरों को सत्यापित कर लें.

खबरों के मुताबिक अमृतपाल सिंह को मोगा के रोडे गांव से गिरफ़्तार किया गया है. खास बात ये है कि जरनैल सिंह भिंडरांवाले भी इसी गांव के रहने वाले थे. इसी गांव में उन्हें ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन का मुखिया बनाया गया था.

गिरफ़्तारी से पहले अमृतपाल सिंह ने गुरुद्वारे के ग्रंथी से पांच ककार (केश, कृपाण, कंघा, कड़ा और कच्छा) लेकर पहने और लोगों को संबोधित किया. खुद को फंसाए जाने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि उनके ऊपर झूठे केस दर्ज किए गए. संबोधन पूरा होने के बाद पंजाब पुलिस ने उन्हें गुरुद्वारे के बाहर से गिरफ़्तार कर लिया.

अमृतपाल सिंह के ख़िलाफ़ भी एनएसए सहित 16 मामले दर्ज हैं. उनपर और उनके साथियों पर समाज में शत्रुता फैलाने, हत्या का प्रयास करने, पुलिसकर्मियों पर हमला करने और सरकारी कर्मियों के काम करने में बाधा डालने जैसे करीब डेढ़ दर्जन मामले दर्ज हैं.

Anzarul Bari
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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.
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