भारत जोड़ो यात्रा आज सुबह जम्मू कश्मीर में प्रवेश कर गयी है. हजारों की भीड़ देख राहुल उत्साहित हुए और कहा कि केंद्र सरकार लोगों का ध्यान भटका कर उनकी जेब काट रही है, और उन्हें लूट रही है. देश की जनता बेरोजगारी और महंगाई से तबाह है. लेकिन सरकार दूसरे मुद्दों को सामने लेकर लोगों को धोखा दे जाती है. इस खेल में मीडिया भी शामिल है जो सरकार के इशारे पर काम कर रहा है.
जम्मू कश्मीर में कड़ाके की ठंढ है. और राहुल को इस ठंड में भी जैकेट ही पहने देखा गया. लेकिन जिस तरह की भीड़ उनका स्वागत कर रही थी, बाद में उन्हें अपनी जैकेट खोलनी पड़ी, और फिर टी शर्ट में ही चलते देखे गए. अपार भीड़ को देखकर राहुल फूले नहीं समा रहे थे. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि हम अपने घर में हैं और यहां किस बात का डर है.
बता दें कि सितंबर में कन्याकुमारी से शुरू हुई यह यात्रा 30 जनवरी को श्रीनगर में संपन्न होगी. राहुल गांधी ने दावा किया कि बीजेपी और आरएसएस ने नफरत फैलाई है. पहले मैंने सोचा था कि यह बहुत गहराई तक फैली है, लेकिन ऐसा नहीं है और ऐसा मुख्य रूप से टेलीविजन पर दिखाई देता है. उन्होंने नफरत, हिंसा, बेरोजगारी और महंगाई को देश के मुख्य मुद्दे करार देते हुए मीडिया पर इन्हें उजागर न करने का आरोप लगाया.
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मीडिया लोगों का ध्यान भटकाने के लिए बॉलीवुड सितारों – ऐश्वर्य राय और अक्षय कुमार जैसे विषयों का सहारा लेता है. उन्होंने कहा कि मेरे पूर्वज इसी भूमि से संबंध रखते थे, मुझे लगता है कि मैं घर वापस लौट रहा हूं. मैं अपनी जड़ों की ओर लौट रहा हूं, मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों की पीड़ा समझता हूं और सिर झुकाकर आपके पास आया हूं.
राहुल के साथ फारुख अब्दुल्ला भी मौजूद रहे. फारूक अब्दुल्ला ने शंकराचार्य और राहुल गांधी की तुलना करते हुए कहा कि कई साल पहले, शंकराचार्य ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक यात्रा की थी और आज आप ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया, आज का भारत, ‘राम के भारत’ या गांधी के हिंदुस्तान का नहीं है. क्योंकि लोग धर्म के नाम पर बंटे हुए हैं. अगर हम एक साथ होते हैं, तो हम मौजूदा समय की नफरत को दूर कर सकते हैं.’
30 जनवरी को राहुल की यह भारत यात्रा तिरंगा फहराने के साथ ही ख़त्म हो जाएगी. इसके पहले ही 26 तारीख से देश में यात्रा का दूसरा चरण शुरू हो जाएगा. इस यात्रा का नाम हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा रखा गया है. इस यात्रा के जरिये कांग्रेस के लोग राहुल की सोंच को घर – घर तक पहुंचाएंगे. राहुल ने इस यात्रा में जो भी सीखा और समझा है. उसके आधार पर पिछले दिनो देश की जनता के नाम एक खुला पत्र लिखा था जिसमे जनता से कई वादे भी किये हैं.