कौन जानता था कि जिस देश ने दो सौ साल तक भारत को गुलाम बनाकर रखा, उस देश की बागडोर एक दिन भारतीय मूल के हाथ में है. दरअसल भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. वो 28 अक्टूबर को शपथ लेंगे. वो भारतीय मूल के पहले हिंदू पीएम होंगे.
लिज ट्रेस के महज 45 दिनों में इस्तीफा देने के बाद सुनक को रेस में सबसे आगे माना जा रहा था, लेकिन उनकी दावेदारी पर मुहर तब लगी, जब पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन ने खुद को रेस से अलग कर लिया. सुनक 2015 में पहली बार सांसद बने थे. उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. 2017 में वो दूसरी बार सांसद बने, तो 2018 में थेरेसा सरकार में मंत्री बनाए गए. 2019 में वो तीसरी बार सांसद चुने गए. बोरिस जॉनसन सरकार में वो वित्त मंत्री भी रहे. जॉनसन के हटने के बाद 2022 में वो पीएम पद के उम्मीदवार बने. लेकिन तकरीबन दो माह पहले लिज ट्रेस के हाथों चुनाव हार गए. लिज ट्रेस महज 45 दिन पीएम रहीं और उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.
ऋषि सुनक के माता-पिता भारतीय मूल के हैं. ऋषि का जन्म इंग्लैंड के साउथम्पैटन में हुआ था. सुनक के दादा और दादी भारत से जाकर अफ्रीका में बस गए थे. उसके बाद उनके पिता अफ्रीका से ब्रिटेन चले गए. सुनक के नाना भी पंजाब से तंजानिया गए थे. फिर वहां से वो भी ब्रिटेन चले गए. ब्रिटेन में ही उनके माता-पिता की शादी हुई और वहीं पर सुनक का जन्म हुआ. उन्होंने मशहूर बिजनेसमैन नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति के साथ शादी की है. मूर्ति इंफोसिस के संस्थापक रहे हैं. ऋषि और अक्षता की दो बेटियां कृष्णा और अनुष्का हैं.
सुनक 7 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति के मालिक हैं. लेकिन उनकी पत्नी अक्षता उनसे कहीं ज्यादा अमीर हैं. सुनक ने पॉलिटिकल साइंस में डिग्री लेने के साथ ही ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से इकॉनोमिक्स की पढ़ाई की. बतौर वित्त मंत्री उन्हें काफी लोकप्रियता मिली थी. जॉनसन सरकार में उनका एक अलग ही कद था.