तुर्की के नूर्दगी से 23 किमी पूर्व में शक्तिशाली भूंकप के झटके महसूस किए गए. रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई. ये भूकंप दक्षिणी तुर्की के सीरिया से सटे गाजिएंटेप और दियारबाकीर प्रांत के पास आया है. यूएस जियोलॉजिकल सर्विस ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को दक्षिणी तुर्की में गाजिएंटेप के पास 7.8 तीव्रता का भूकंप आया.
इसके कुछ देर बाद दूसरा झटका केंद्रीय तुर्की में महसूस किया गया है. यूएसजीएस के अनुसार दूसरे झटके की तीव्रता 6.7 थी. जिसका केंद्र ज़मीन के 9.9 किलोमीटर नीचे था.
मिल रही ख़बरों के अनुसार भूकंप के कारण कई इमारतें गिर गई हैं और इनके मलबे में लोग फंसे हो सकते हैं. भूकंप के कारण शहर का एक शॉपिंग मॉल ज़मींदोज़ हो गया है. वहीं फिलिस्तीन के ग़ज़ा पट्टी में भी क़रीब 45 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए.
न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स ने जर्मन रिसर्च सेंटर जीएफ़ज़ी के हवाले से इसे 7.7 की तीव्रता का भूकंप बताया है. और भूकंप का केंद्र ज़मीन के 10 किलोमीटर नीचे था. हालांकि न्यूज एजेंसी एएफ़पी ने इसे 7.9 तीव्रता का भूकंप बताया है.
गाज़िएनटेप के पास आए भूकंप के झटके पूरे इलाक़े में महसूस किए गए हैं. तुर्की के सरकारी टीवी चैनल टीआरटी के अनुसार भूकंप के झटके के बाद लोग घरों से बाहर निकल आए और सड़कों पर जमा हो गए. टीआरटी के अनुसार भूकंप की तीव्रता 7.4 बताई जा रही है. एक प्रत्यक्षदर्शी ने रॉयटर्स को बताया कि भूकंप के झटके क़रीब एक मिनट तक महसूस किए गए.
ग़ाजिएनटेप की आबादी क़रीब 20 लाख है. जिनमें से पांच लाख सीरियाई शराणार्थी हैं. माना जा रहा है कि भूकंप से बड़े पैमाने पर जानोमाल का नुक़सान की खबर है. कई इमारतें पूरी तरह से जमींदोज़ हो गई हैं, प्रभावित क्षेत्रों में एंबुलेंस की आवाजाही बढ़ गई है. विनाशकारी भूकंप से अब तक 5 लोगों के मारे जाने की खबर है. हालांकि तुर्की सरकार ने अभी तक किसी जानी नुकसान की पुष्टि नहीं की है.
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने भूकंप प्रभावित इलाकों शुरु किए गए बचाव अभियानों को लेकर ट्विटर पर जानकारी दी है. उन्होंने लिखा है, “मैं कहमानमारश समेत देश के दूसरे इलाकों में भूकंप से प्रभावित हुए अपने नागरिकों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं. हमारे सभी बचाव दल एएफ़एडी के समन्वय में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं.”
हमारी तलाश और बचाव टीमों को भूकंप प्रभावित इलाकों में भेज दिया गया है. इसके साथ ही गृह मंत्रालय समेत तमाम अन्य एजेंसियों की ओर से बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है.
उधर लेबनान की राजधानी बैरूत, साइप्रस और सीरिया मैं भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए, जिसके बाद लोग अपने घरों से बाहर खुली जगहों की ओर निकल आए.