चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हमारी पार्टी राज्य में अकेले ही चुनाव लड़ेगी। फिलहाल उन्होंने 33 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान किया है और आगे कुछ और कैंडिडेट उतारने की बात कही। आजाद ने जिन सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया है, उनमें सिराथू, नोएडा, मेरठ कैंट, एत्मादपुर, गंगोह, हस्तिनापुर शामिल हैं। अखिलेश यादव की ओर से खुद को छोटा भाई कहे जाने पर चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मैं वकील हूं और पढ़ा-लिखा हूं। हम सहयोग और तंज की भाषा को समझते हैं।
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हमने सब कुछ मेहनत से हासिल किया है, खैरात में कुछ भी नहीं मिला है। आजाद ने कहा कि सुहेलदेव राजभर की पार्टी के प्रत्याशियों के आगे कैंडिडेट नहीं उतारेंगे। इसके अलावा स्वामी प्रसाद मौर्य के सामने भी उम्मीदवार न उतारने की बात कही है। मायावती के पास न जाने के सवाल पर चंद्रशेखर आजाद ने कहा मैंने दो साल तक प्रयास किया। हमें कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा कि बीते 5 सालों में जब भी दलितों पर अत्याचार हुआ, विपक्ष के ये नेता उनसे मिलने नहीं गए। इसके अलावा चंद्रशेखर आजाद ने गोरखपुर सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, जहां से सीएम योगी आदित्यनाथ उतरने वाले हैं। आजाद ने कहा कि चुनाव के रिजल्ट आने के बाद मैं भाजपा को रोकने का काम करूंगा।
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हमारे टिकटों में आपको सामाजिक न्याय देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारी लिस्ट में 30 फीसदी दलित, 42 फीसदी ओबीसी, 5 फीसदी एसटी कैंडिडेट और बाकी पर अन्य अल्पसंख्यक लोगों को मौका दिया जाएगा। अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा, ‘एक नेताजी ने कल कहा था कि यह लड़ाई बहुत लंबी है। मैं जानना चाहता हूं कि जब मुलायम और कांशीराम ने मिलकर सरकार बनाई तो धोखा किसने दिया था।’ चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि ये ऐसे लोग हैं, जो सरकार न बनी तो ईवीएम पर ठीकरा फोड़कर घर बैठ जाएंगे। रोड पर तो अकेला चंद्रशेखर आजाद ही दिखेगा।