Friday, November 22, 2024
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अब कोर आर्टिलरी में शामिल होंगी देश की सैन्य अधिकारी 

भारत की उत्तरी सीमा यानी भारत -चीन सीमा के बारे में सेना प्रमुख ने कई बातें कही हैं. सेना प्रमुख मनोज पांडेय ने कहा है कि उत्तरी सीमाओं पर हालात स्थिर लेकिन अप्रत्याशित हैं. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमने सात में से पांच मुद्दों को हल कर लिया है. हम मिलिट्री और डिप्लोमेटिक दोनों स्तरों पर बातचीत कर रहे हैं. हमारे पास हर स्थिति से निपटने के लिए प्रयाप्त रिजर्व हैं.

जनरल मनोज पांड ने कई और बातो का खुलासा किया गया है. उन्होंने कहा कि महिला अधिकारियों को जल्द ही भारतीय सेना की कोर ऑफ आर्टिलरी में शामिल किया जाएगा. हमने सरकार को इस बारे में प्रपोजल भेजा है, और हमें उम्मीद है कि इसे जल्द ही स्वीकार कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमारे हमारे पास आर्मी मार्शल आर्ट्स रूटीन भी है जो लड़ाई की स्थितियों से निपटने में मदद करेगा. यह देश में विभिन्न मार्शल आर्ट का मिश्रण है.

जम्मू-कश्मीर की ताजा स्थिति पर बात करते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि फरवरी 2021 से जम्मू-कश्मीर में सीमा पर सीज फायर है. लेकिन सीमा पार से आंतकवाद का लगातार समर्थन किया जा रहा है और वहां आतंक का बुनियादी ढांचा आज भी मौजूद है.

उन्होंने कहा कि उत्तर-पूर्व के ज्यादातर राज्यों में शांति लौट आई है. इन राज्यों में आर्थिक गतिविधियों और विकास कार्यों की वजह से अच्छे रिजल्ट देखने को मिल रही है. इस बार का आर्मी डे इसलिए भी स्पेशल है क्योंकि देश इसबार 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है.

सेना अध्यक्ष मनोज पांडे ने बताया कि हमने भारतीय सेना में बदलाव करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि सेना में बदलाव पांच प्रमुख डोमेन में किए जाने का फैसला किया गया है. जिनमें फोर्स रिस्ट्रक्चरिंग, मॉडर्नाइजेशन, नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल और ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट फिलॉसफी शामिल है.

Anzarul Bari
Anzarul Bari
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.
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