Home ताज़ातरीन हेट स्पीच केस में आजम खान को 3 साल की सजा, खतरे में विधानसभा की सदस्यता, सेशन कोर्ट जाने की तैयारी

हेट स्पीच केस में आजम खान को 3 साल की सजा, खतरे में विधानसभा की सदस्यता, सेशन कोर्ट जाने की तैयारी

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हेट स्पीच केस में आजम खान को 3 साल की सजा, खतरे में विधानसभा की सदस्यता, सेशन कोर्ट जाने की तैयारी

भड़काऊ भाषण देने के मामले में रामपुर से समाजवादी पार्टी के विधायक और पूर्व मंत्री आजम खान दोषी करार दिए गए हैं. रामपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने उन्हें तीन साल की सजा सुना दी है. साथ ही उन्हें 25 हजार रुपये का जुर्माना भी देना होगा. अदालत ने आज़म खान को आईपीसी की 153ए, 505ए और 125 धाराओं के तहत दोषी पाया है. जानकारों का कहना है कि तीन साल की सजा के बाद अब आज़म खान की विधानसभा सदस्यता का जाना भी तय है. जिसके बाद आजम की विधान सभा की सदस्यता पर भी संकट आ गया है.

अदालत से सजा का एलान होने के बाद आजम खान ने कहा कि वो पीछे हटने वाले नहीं हैं और उनका संघर्ष जारी रहेगा, उन्होंने कहा कि अदालत के फैसले को उनके वकील सेशन कोर्ट में चैलेंज करेंगे.

बता दें कि आज़म खान के खिलाफ रामपुर की मिलक विधानसभा में भड़काऊ भाषण देने का मामला था. ये मामला 7 अप्रैल 2019 का है. जब लोकसभा के सामान्य निर्वाचन 2019 में मिलक विधानसभा के एक गाँव में इन्होंने भड़काऊ भाषण दिया था.” इस मामले में आज़म खान पर आरोप है कि उन्होंने एक संवैधानिक संस्था के खिलाफ बयान दिया और आचार संहिता का उल्लंघन किया.

गौरतलब है की आज़म खान के ख़िलाफ़ उत्तर प्रदेश में 80 से अधिक मामले पहले से ही दर्ज हैं और उन सभी मामलों में आज़म खान को सुप्रीम कोर्ट से ज़मानत मिली हुई है.

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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