प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीजेआई वीवाई चंद्रचूड़ के उस सुझाव का स्वागत किया है, जिसमें उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान सुप्रीम कोर्ट के फैसलों को स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध कराने की बात कही थी. सीजेआई ने इसके लिए तकनीक के इस्तेमाल पर भी जोर दिया था. सीजेआई के इसी सुझाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी खूब तारीफ की है. उन्होंने उनके संबोधन के वीडियो को ट्वीट करते हुए कहा कि माननीय सीजेआई जी का विचार प्रशंसनीय है. इससे देश के सभी लोगों, खासकर युवाओं को काफी मदद मिलेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में कई भाषाएं हैं, जो हमारी सांस्कृतिक जीवंतता में इजाफा करती हैं. केंद्र सरकार भारतीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने के लिए हर तरह के प्रयास कर रही है. जिसमें इंजीनियरिंग और चिकित्सा जैसे विषयों का अध्ययन करने का विकल्प भी शामिल है. याद रहे कि सीजेआई डी.वाई चंद्रचूड़ ने कहा था कि हमारे मिशन का अगला कदम हर भारतीय भाषा में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णयों की अनुवादित प्रतियां उपलब्ध कराना है. जब तक हम अपने नागरिकों तक उस भाषा में नहीं पहुंचते जिसे वो समझ सकते हैं, हम जो काम कर रहे हैं वह 99% लोगों तक नहीं पहुंच रहा है.
बता दें कि इस बात की मांग लंबे समय से की जा रही है कि न्यायालयी कामकाज में भारतीय भाषाओं को तरजीह दी जाए. अभी उच्च न्यायालयों और उच्चतम न्यायालय में कामकाज की मुख्य भाषा अंग्रेजी है.