Home ताज़ातरीन सावरकर पर राहुल की टिप्पणी पर भड़के राज ठाकरे, बोले यू इडियट, आपकी हैसियत नहीं 

सावरकर पर राहुल की टिप्पणी पर भड़के राज ठाकरे, बोले यू इडियट, आपकी हैसियत नहीं 

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सावरकर पर राहुल की टिप्पणी पर भड़के राज ठाकरे, बोले यू इडियट, आपकी हैसियत नहीं 

एक तरफ गुजरात चुनाव तो दूसरी तरफ भारत जोड़ो यात्रा. पुरे देश की निगाहें इन दो जलसों पर लगी है. गुजरात में जहां ‘आप’ की पहुँच से बीजेपी की परेशानी बढ़ी हुई है, वही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गाँधी द्वारा सावरकर पर की गई टिप्पणी से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे काफी भड़के हुए हैं. उन्होंने रविवार को राहुल गांधी को बेवकूफ कहा है. सावरकर पर की गई टिप्पणी को लेकर ठाकरे ने राहुल गांधी पर यह निशाना साधा है. उन्होंने राहुल के लिए कहा कि यू इडियट…! सावरकर पर बोलने के लिए आपकी हैसियत नहीं है. ठाकरे ने कहा कि सावरकर ने उस दौरान जो किया, वह उनकी ‘रणनीति’ का हिस्सा था.

दरअसल, 17 नवंबर को राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि सावरकर अंग्रेजों के नौकर बने रहना चाहते थे. साथ ही डरकर माफी भी मांगी थी. राज ठाकरे रविवार को राज्य में एक रैली संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने राहुल गांधी को सावरकर पर टिप्पणी करने पर बेवकूफ कहा.

राज ठाकरे ने एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस और बीजेपी को सलाह दी है. उन्होंने कहा कि अतीत के नेताओं और दिग्गजों पर लड़ने का अब कोई मतलब नहीं है. सावरकर, इंदिरा और पंडित नेहरू जैसे हमारे नेताओं की विरासत को बदनाम करना बंद करें. इन लोगों ने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी है. सभी के कुछ न कुछ पॉजिटिव और निगेटिव पहलु होते हैं. हमें अब उन पर टिप्पणी नहीं करना चाहिए. देश में फिलहाल बेरोजगारी और सुरक्षा जैसे कई मुद्दे हैं, जिनके लिए लड़ना चाहिए.

बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में 17 नवंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इसमें उन्होंने मीडिया को एक चिट्ठी दिखाई थी. उन्होंने कहा था कि सावरकर ने ये चिट्ठी अंग्रेजों को लिखी थी. जिसमें उन्होंने खुद को अंग्रेजों का नौकर बने रहने की बात कही थी. साथ ही डरकर माफी भी मांगी थी. गांधी – नेहरू ने ऐसा नहीं किया, इसलिए वे सालों तक जेल में रहे.

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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