Home खेल सरफराज खान…! एक नाम जिसे वर्षों से भारतीय टेस्ट टीम से दूर रखा गया

सरफराज खान…! एक नाम जिसे वर्षों से भारतीय टेस्ट टीम से दूर रखा गया

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सरफराज खान…! एक नाम जिसे वर्षों से भारतीय टेस्ट टीम से दूर रखा गया

लेखन बाजी

सरफराज खान…! एक नाम जिसे वर्षों पहले भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा बन जाना चाहिए था, नहीं बन सका है। रेस्ट ऑफ इंडिया और सौराष्ट्र के बीच ईरानी कप खेला जा रहा है। एक खिलाड़ी जिसने पहले रणजी ट्रॉफी 2022 के फाइनल में शतक जड़ा। उसके बाद दलीप ट्रॉफी फाइनल में सेंचुरी लगाई और अब ईरानी कप की मुश्किल विकेट पर भी शतक बना दिया है। फर्स्ट क्लास करियर की 43 पारियों में 82 की औसत से सरफराज ने 2892 रन बनाए हैं। इस दौरान उसके बदले से 8 अर्धशतक और 10 शतक आए हैं।

 

टेस्ट में रहाणे और पुजारा के फ्लॉप शो के बीच बीते कुछ सीजन से सरफराज लगातार प्रदर्शन करके दिखा रहा है लेकिन उसे टीम इंडिया में मौका नहीं दिया जा रहा है। कुछ लोग कहते हैं कि उसकी फिटनेस इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के लायक नहीं है। ऐसे लोगों को सरफराज के आंकड़ों पर गौर करना चाहिए। अपनी पिछली 24 फर्स्ट क्लास पारियों में सरफराज ने 125 की औसत से 2200 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 9 शतक और 5 अर्धशतक लगाए हैं। लगातार मैच दर मैच शतक ठोक रहे सरफराज ने ईरानी कप में जिस तरीके से पारी को संभाला, वह अविश्वसनीय था। पिच तेज गेंदबाजों के अनुकूल थी और 3 विकेट चटकाने वाले उमरान मलिक की घातक गेंदबाजी के कारण सौराष्ट्र की टीम 98 पर ऑल आउट हो गई थी।

 

रेस्ट ऑफ इंडिया ने भी 18 के स्कोर पर 3 विकेट गंवा दिए थे। कप्तान मयंक अग्रवाल, यश धुल और अभिमन्यु ईश्वरन जैसे दिग्गज बल्लेबाजों ने मिलकर इतने रन बनाए थे। चेतन साकरिया और जयदेव उनादकट की घातक गेंदबाजी के सामने सरफराज डट गया। सातवें ओवर की चौथी गेंद पर गली की दिशा में चौका, ‘द सरफराज खान शो’ शुरू हो चुका था। दसवीं ओवर की दूसरी गेंद फुलर और वाइडर थी, सरफराज गेंद की पिच तक पहुंचे और कवर ड्राइव खेल दिया। टाइमिंग इतनी खूबसूरत कि एक पल को आंखों पर यकीन न हो।

 

चिराग जानी ने 15वें ओवर की चौथी गेंद स्टंप्स पर गुड लेंथ डाली। बैकफुट से डाउन द ग्राउंड ताकतवर पंच पर चौका। यह शॉट सरफराज की ताकत का नमूना भर था। इसके बाद अर्धशतक पूरा हुआ और मानो गेंदबाजों की शामत आ गई। पारी के 32वें ओवर में सौराष्ट्र के कप्तान जयदेव उनादकट को सरफराज ने दिन में तारे दिखा दिए। दूसरी गेंद शॉर्ट ऑफ गुड लेंथ थी और जरा सा ऑफ स्टंप के बाहर थी। सरफराज ने बल्ले का फेस लेट खोला और ऑफ साइड में बैकवर्ड ऑफ स्क्वायर से चौका बटोर लिया। क्या नजाकत भरा शॉट…! तीसरी गेंद शॉर्ट पिच और मिडविकेट के ऊपर से विशालकाय छक्का। सरफराज 90 पर पहुंच चुके थे। चौथी गेंद पर 2 रन और पांचवीं गेंद पर स्क्वायर लेग की दिशा में चौका। अब वह 96 पर थे।

 

धर्मेंद्र जडेजा के 35 वें ओवर की तीसरी गेंद को स्लिप और बैकवर्ड प्वाइंट के फील्डर के बीच से निकाल दिया। इस चौके के साथ सरफराज का 92 गेंदों पर शतक पूरा हो चुका था। जमीन से जुड़ा खिलाड़ी है तो सबसे पहले वतन की मिट्टी को चूमा। मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा स्टैंड में खड़े होकर तालियां बजा रहे थे। क्रिकेट फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि अब तो कम से कम बीसीसीआई अपनी आंखों पर बंधा पट्टा हटाएगा। रेड बॉल क्रिकेट का बीस्ट सरफराज खान इंडियन टीम में जगह बनाएगा। शतक बनाने के बाद जश्न मनाते सरफराज को टीवी पर देखते हुए सूर्या ने एक सेल्फी शेयर की है और सरफराज पर गर्व जताया है। सूर्यकुमार यादव जानते हैं कि लगातार धमाकेदार प्रदर्शन करने के बावजूद टीम इंडिया में सिलेक्ट ना हो पाना कितना दर्द देता है। जिंदगी की हर खुशी छीन लेता है…!

 

#वेल_प्लेड_सरफराज❤️

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पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

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