Home ताज़ातरीन सऊदी अरब और ईरान को एक दूसरे का दुश्मन बताना अस्वीकार्य है: इब्राहिम रईसी

सऊदी अरब और ईरान को एक दूसरे का दुश्मन बताना अस्वीकार्य है: इब्राहिम रईसी

0
सऊदी अरब और ईरान को एक दूसरे का दुश्मन बताना अस्वीकार्य है: इब्राहिम रईसी

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा है कि सऊदी अरब को ईरान का दुश्मन या ईरान को सऊदी अरब का दुश्मन कहना हर तरह से अस्वीकार्य है.

सीरियन न्यूज एजेंसी को इंटरव्यू देते हुए उन्होंने कहा कि सऊदी अरब से तनाव के दौरान भी ईरान ने रियाज़ को अपना दुश्मन देश घोषित करने से परहेज किया था.

ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमेनेई ने सिर्फ अमेरिका और इजरायल को ही दुश्मन देश घोषित किया है.

उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका और इज़रायल ने ईरान को फोबिया बनाकर क्षेत्र के देशों को डराने और धमकाने की साजिश रची और समय के साथ इस साजिश का पर्दाफाश हो गया.

राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी ने कहा कि ईरान और सऊदी अरब दो बड़े देश हैं, उन्होंने कहा कि संबंधों की बहाली से क्षेत्र में बड़े बदलाव आएंगे.

एक सवाल के जवाब में रईसी ने वाजेह लफ्जों मैं कहा कि ईरान पिछले कई दशकों में सीरिया के साथ खड़ा था और भविष्य में भी खड़ा रहेगा.

उन्होंने कहा कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल – असद ने अमेरिकी गठबंधन सेनाओं और इज़रायल के खिलाफ डटकर लड़ाई लड़ी है.

ईरानी राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी ने कहा कि अमेरिकियों ने आईएसआईएस और अन्य आतंकवादी समूह बनाने की बात स्वीकार की है.

Previous article एपीसीआर ने खंडवा साम्प्रदायिक झड़प मामले में 28 लोगों की जमानत मध्य प्रदेश हाई कोर्ट से मंज़ूर कराई
Next article महिला रेसलर्स के समर्थन में खाप पंचायतों का दिल्ली कूच, टिकरी बॉर्डर पर पुलिस के सामने नारेबाजी
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here