Monday, December 9, 2024
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शिवसेना विवाद : इधर कोर्ट में सुनवाई, उधर मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी 

 

खबर मिल रही है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र में 7 अगस्त से पहले अपनी कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं. हालांकि महाराष्ट्र के इस खेल पर अभी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है. लेकिन सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी और शिंदे गुट में मंत्रियों की संख्या और विभागों को लेकर सहमति बन गई है. मंत्रिमंडल में 35 सदस्य शामिल होंगे. इस तरह सरकार में शिंदे खेमा को 40% हिस्सेदारी मिलेगी.

मंत्रिमंडल में बीजेपी कोटे से 21 मंत्री कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं, जबकि शिंदे गुट को 12 मंत्री पद मिल सकता है. 2 मंत्री अन्य छोटे सहयोगी दलों को मिलेगा. 30 जून को एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. बता दें कि सीएम शिंदे समेत उनके गुट के 16 विधायकों की सदस्यता रद्द का मामला सुप्रीम कोर्ट में है. इस पर लगातार सुनवाई चल रही है. इसलिए कैबिनेट विस्तार अब तक टाला जा रहा है.

दूसरा कारण बीजेपी और शिंदे गुट में मंत्रियों की संख्या के साथ ही पोर्टफोलियो को लेकर अब तक बात नहीं बन पा रही थी. केंद्र में भी शिंदे गुट को हिस्सेदारी चाहिए. मामला इसलिए अटका हुआ था.

सूत्रों की मानें तो कैबिनेट के साथ-साथ विभागों के बंटवारे पर भी बात बन गई है. बीजेपी गृह, वित्त और राजस्व जैसे बड़े विभाग अपने पास रख सकती है, जबकि शहरी विकास और पथ निर्माण विभाग शिवसेना के शिंदे गुट को दिया जा सकता है. शिवसेना के दीपक केसकर ने बताया कि मंत्रिमंडल को लेकर सब कुछ फाइनल हो चुका है. इस हफ्ते कभी भी नए मंत्रियों का शपथग्रहण हो सकता है.

गौरतलब है कि महारष्ट्र मसले पर लगातार अदालत में सुनवाई जारी है. आज भी सुनवाई होनी है. कोर्ट ने शिंदे गुट से फाइनल ड्राफ्ट देने के लिए कहा है. कोर्ट में बुधवार को सुनवाई के दौरान सीजेआई रमना ने कहा – हमने सुनवाई टाला तो आपने सरकार ही बना ली. सीजेआई का यह बयान काफी अहम् माना जा रहा है. कोर्ट शिवसेना विवाद पर आखिर क्या फैसला लेता है. उस पर सबकी निगाहें टिकी है. लेकिन इधर बीजेपी और शिंदे गुट वाली शिवसेना में सरकार विस्तार को लेकर अंतिम फैसला ले लिया गया है.

Anzarul Bari
Anzarul Bari
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.
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