अखिलेश अखिल
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. जेल से जमानत के बाद लगा था कि राजद सुप्रीमो की मुश्किलें थोड़ी कम होगी, लेकिन जिस तरह से एक नए मामले में सीबीआई ने लालू प्रसाद से जुड़े 17 ठिकानो पर छापेमारी की है उससे साफ़ हो गया है कि लालू परिवार की परेशानी आगे बढ़ेगी. जानकारी के अनुसार सीबीआई ने रेलवे में नौकरियों के बदले उम्मीदवारों से जमीन लेने के आरोप में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया है.
लालू प्रसाद यादव के ठिकानों पर छापेमारी को लेकर अधिकारियों ने बताया है कि जांच एजेंसी ने दिल्ली तथा बिहार में 17 स्थानों पर छापे मारे. उन्होंने बताया कि यह कथित घोटाला तब का है जब लालू प्रसाद यादव संयुक्त प्रगतिशील सरकार में रेल मंत्री थे. आपको बता दें कि 73 साल के नेता को पिछले दिनों ही चारा घोटाले के पांचवें केस में जमानत मिली है. यह चारा घोटाले का अंतिम मामला है, जिनमें उन्हें जमानत मिली है और वह जेल से बाहर आ चुके हैं.
पांच मामलों में अधिकतम पांच साल की सजा लालू प्रसाद यादव की पूरी हो चुकी है. जेल मैनुअल के अनुसार, सश्रम कारावास के अभियुक्तों के लिए नौ महीने की सजा को एक-एक साल की सजा मानी जाती है. लालू प्रसाद को पिछले दिनों हाइकोर्ट से जमानत मिली थी. लालू यादव 42 माह तक सजा काट चुके हैं.
खबरों की मानें तो लालू यादव और उनकी बेटी के खिलाफ नया केस दर्ज करने का काम सीबीआई ने किया है. सीबीआई ने इस मामले में शुरुआती जांच की थी जिसके बाद सीबीआई ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि बिहार की राजधानी पटना स्थित पूर्व मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी के आवास पर भी सीबीआई पहुंची है.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने खबर दी है कि सीबीआई ने राजद प्रमुख लालू यादव और उनकी बेटी के खिलाफ भ्रष्टाचार का नया मामला दर्ज किया है. लालू यादव को लेकर दिल्ली और बिहार में 17 जगहों पर छापेमारी चल रही है.