Friday, March 29, 2024
होमताज़ातरीनराहुल गांधी ने श्रीनगर के लाल चौक पर फहराया तिरंगा, कल शेरे...

राहुल गांधी ने श्रीनगर के लाल चौक पर फहराया तिरंगा, कल शेरे कश्मीर ऑडिटोरियम में समापन समारोह

राहुल गांधी के नेतृत्व में कन्या कुमारी से चली कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा सुबह श्रीनगर के पंथा चौक से कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई. जिसके बाद लाल चौक पर पहुंच कर राहुल गांधी ने तिरंगा फहराया. सोमवार को भारत जोड़ो यात्रा का आखिरी दिन है. कल यानी सोमवार को शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में यात्रा का समापन समारोह होगा.

राहुल गांधी ने तिरंगा फहराने के बाद राष्‍ट्रगान भी गाया गया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता बेहद उत्साहित नजर आए. इसके बाद भारत जोड़ो यात्रा आगे बढ़ गई. राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो यात्रा में जिस बात की बहुत ज्यादा चर्चा है, उनमें से एक लाल चौक पर तिरंगा फहराने का कार्यक्रम भी था.

रविवार को यात्रा शुरू करने से पहले राहुल ने ट्वीट किया, ‘आज, कश्मीरी पंडित बीजेपी सरकार से पूछ रहे हैं – हमारा राजनीतिक इस्तेमाल करने के अलावा आपने हमारे लिए किया ही क्या है ? जवाब है, प्रधानमंत्री जी?’

 

गौरतलब है कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पिछले साल 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी. तमिलनाडु, केरल, तिलंगाना, कर्नाटक, महाराष्‍ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्यों से होते हुए यह यात्रा जम्मू कश्मीर पहुंची है.

इससे पहले 1992 में वरिष्ठ बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व में श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया गया था. मुरली मनोहर जोशी के झंडा फहराने की घटना की पूरे देश में खूब चर्चा हुई, लेकिन लाल चौक पर इससे पहले भी झंडा फहराया जा चुका था. साल 1948 में भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भी यहां झंडा फहराया था.

बता दें कि लाल चौक का नाम मॉस्को के रेड स्क्वॉयर के आधार पर रखा गया था. 1980 में इस जगह पर एक घंटाघर बना और इसके बाद से ये जगह राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र बन गया.

Anzarul Bari
Anzarul Bari
पिछले 23 सालों से डेडीकेटेड पत्रकार अंज़रुल बारी की पहचान प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में एक खास चेहरे के तौर पर रही है. अंज़रुल बारी को देश के एक बेहतरीन और सुलझे एंकर, प्रोड्यूसर और रिपोर्टर के तौर पर जाना जाता है. इन्हें लंबे समय तक संसदीय कार्रवाइयों की रिपोर्टिंग का लंबा अनुभव है. कई भाषाओं के माहिर अंज़रुल बारी टीवी पत्रकारिता से पहले ऑल इंडिया रेडियो, अलग अलग अखबारों और मैग्ज़ीन से जुड़े रहे हैं. इन्हें अपने 23 साला पत्रकारिता के दौर में विदेशी न्यूज़ एजेंसियों के लिए भी काम करने का अच्छा अनुभव है. देश के पहले प्राइवेट न्यूज़ चैनल जैन टीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर शो 'मुसलमान कल आज और कल' को इन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया, टीवी पत्रकारिता के दौर में इन्होंने देश की डिप्राइव्ड समाज को आगे लाने के लिए 'किसान की आवाज़', वॉइस ऑफ क्रिश्चियनिटी' और 'दलित आवाज़', जैसे चर्चित शोज़ को प्रोड्यूस कराया है. ईटीवी पर प्रसारित होने वाले मशहूर राजनीतिक शो 'सेंट्रल हॉल' के भी प्रोड्यूस रह चुके अंज़रुल बारी की कई स्टोरीज़ ने अपनी अलग छाप छोड़ी है. राजनीतिक हल्के में अच्छी पकड़ रखने वाले अंज़र सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय खबरों पर अच्छी पकड़ रखते हैं साथ ही अपने बेबाक कलम और जबान से सदा बहस का मौज़ू रहे है. डी.डी उर्दू चैनल के शुरू होने के बाद फिल्मी हस्तियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित स्पेशल शो 'फिल्म की ज़बान उर्दू की तरह' से उन्होंने खूब नाम कमाया. सामाजिक हल्के में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले अंज़रुल बारी 'इंडो मिडिल ईस्ट कल्चरल फ़ोरम' नामी मशहूर संस्था के संस्थापक महासचिव भी हैं.
RELATED ARTICLES

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Most Popular

Recent Comments